तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा करने के बाद वहां से भाग रहे लोगों को अफगानों को आसपास के किसी देश में बसाने की तैयारी चल रहे हैं। ब्रिटेन ने उनका केंद्र बनाने की प्रक्रिया में निवेश भी शुरू कर दिया है। हालांकि ब्रिटेन ने यह स्पष्ट नहीं किया कि तीसरी दुनिया का वह कौन देश होगा।
ब्रिटेन के रक्षा मंत्री वैलेस ने कहा कि वह तीसरी दुनिया के किसी देश में इन अफगानों का केंद्र (हब) बनाने जा रहे हैं। खासकर अगर ये लोग वहां से निकल कर किन्हीं अन्य देशों खासकर क्षेत्रीय देशों में पहुंचते हैं तो वहीं उनका केंद्र बना दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जब तक अमेरिकी सेनाएं अफगानिस्तान में हवाई अड्डों का संचालन कर रही हैं, ब्रिटेन की सेनाएं भी मौजूद रहेंगी। फिलहाल अफगानिस्तान में हवाई अड्डे का संचालन अमेरिका ही कर रहा है। ब्रिटेन अफगानिस्तान से अकेले लावारिस बच्चों को बचाकर बाहर निकालने में असमर्थ है। उन्होंने काबुल एयरपोर्ट पर एक नवजात को पश्चिमी सेना को सौंपे जाने के सवाल पर कहा कि हम अकेले दम पर नाबालिगों को नहीं रख सकते हैं।