पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला किया है। सरकार ने पेट्रोल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में आठ रुपये और डीजल पर छह रुपये की कटौती करने की घोषणा की। इस कटौती के बाद राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 9.50 रुपये और डीजल सात रुपये सस्ता हो गया है। दिल्ली में पेट्रोल अब 105.41 से घटकर 95.91 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96.67 से घटकर 89.67 रुपये प्रति लीटर हो गया है। पिछले साल भी दीपावली से ठीक पहले पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये और 10 रुपये की कमी की गई थी। इसके अलावा सरकार ने उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर 200 रुपये की सब्सिडी देने का एलान किया है। इसके तहत करीब नौ करोड़ लाभार्थियों को 12 सिलेंडर तक सब्सिडी दी जाएगी। इससे सरकारी खजाने पर करीब 6,100 करोड़ रुपये का बोझ आएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पेट्रोल व डीजल पर अगर राज्य भी वैट में कमी करते हैं तो आम आदमी को और राहत मिलेगी। पेट्रोल व डीजल पर कटौती से ट्रांसपोर्ट खर्च में कमी के साथ खाद्य वस्तुओं की कीमतों में भी राहत मिलेगी। गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस फैसले पर खुशी जताई है। पिछले चार महीनों से खुदरा महंगाई दर छह प्रतिशत की सीमा से ऊपर चल रही है। अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 7.79 प्रतिशत के साथ आठ साल के अधिकतम और थोक महंगाई दर 15.08 प्रतिश्ात के साथ नौ साल के अधिकतम स्तर पर पहुंच गई। हालांकि, इस फैसले से सरकार पर वित्तीय दबाव बढ़ेगा।
छोटे उद्यमियों को राहत देने के लिए प्लास्टिक व स्टील से जुड़े कच्चे माल के आयात शुल्क में कटौती की जाएगी ताकि उनकी उत्पादन लागत कम हो सके। इससे तैयार माल की कीमत भी कम होगी जिससे आम जनता को भी इसका फायदा होगा और मैन्यूफैक्चरिग को भी प्रोत्साहन मिलेगा। सरकार ने कहा है कि जिन वस्तुओं के आयात अधिक हो रहे हैं, उनसे जुड़े कच्चे माल के आयात शुल्क घटाए जा रहे हैं ताकि उनका निर्माण घरेलू स्तर पर किया जा सके।