अद्भुत, अपूर्व व अविस्मरणीय थे वे 20 मिनट। बच्चों के लिए ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए भी। परिषदीय विद्यालयों के बच्चे प्रधानमंत्री को अपने बीच पाकर आह्लादित थे, तो पीएम छात्रों की प्रतिभा और उनका आत्मविश्वास देख भाव विह्वल। चोलापुर के प्राथमिक विद्यालय चंद्रावती के छात्र सुहैल का पंजाबी ढोल व संस्कृत में परिचय सुन पीएम का चेहरा प्रफुल्लित हो उठा। इसी विद्यालय की फलक नाज का संस्कृत में परिचय व श्लोक तथा चोलापुर धरसौना प्राथमिक विद्यालय के छात्र ध्रुव तिवारी के मुख से शिव तांडव स्तोत्र सुन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुदित हो उठे। मौका था अक्षय पात्र मध्याह्न भोजन केंद्रीयकृत रसोई के लोकार्पण के बाद परिषदीय विद्यालय के 20 विद्यार्थियों संग पीएम के संवाद का।
अक्षय पात्र फाउंडेशन की अत्याधुनिक रसोई के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री छात्रों के बीच पहुंचे तो बच्चों के मन में कई तरह के सवाल थे। प्रधानमंत्री ने पहुंचते ही सबको पास बुलाया और कहा कि आप सभी बताइए कि मुझे क्या सुनाएंगे। उनके सहज अंदाज से बच्चे उनसे इस कदर घुल-मिल गए कि लगा ही नहीं कि पहली बार प्रधानमंत्री से मिल रहे हैं। फिर जब बच्चों ने सुनाना शुरू किया तो उनका कौशल और प्रतिभा देख सभी चकित रह गए। कंपोजिट विद्यालय रमईपट्टी के छात्र शिवम ने शलभ आसन का प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री की प्रशंसा पाई। प्रधानमंत्री ने भी बच्चों को भरपूर समय दिया। उन्होंने बच्चों को लगन से पढ़ने और लक्ष्य की ओर बढ़ने की सलाह दी। इसके बाद रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री ने इन बच्चों के आत्मविश्वास की चर्चा की।
हमें भी पंजाबी ढोल सिखाओगे
कक्षा चार के छात्र सुहैल ने जब पंजाबी ढोल पर लकड़ी फेरी तो फिर प्रधानमंत्री खुद को रोक न सके और सुहैल से सवाल किया कि क्या मुझे भी पंजाबी ढोल बजाना सिखाओगे। सुहैल ने तपाक से कहा कि आपको तो आता है…यह सुन वहां ठहाके गूंज उठे। प्राथमिक विद्यालय मंडुआडीह की छात्रा जाह्नवी पटेल से कविता सुन प्रधानमंत्री ने उसके सिर पर हाथ फेरकर उत्साह बढ़ाया।