
अपने स्वार्थ लाभ के सरकारी पैसो का किस तरह से दुरूपयोग किया जा सकता है। इसका ताजा नमूना बालोद जिले के डौण्डी लोहारा ब्लाक मुख्यालय में देखा जा सकता है। यहां जिस स्कूल में कक्षा का संचालन ही नहीं हो रहा, वहां लाखों रूपये की लागत से स्कूली छात्रों के प्रार्थना करने के लिए प्रार्थना डोम बनाया गया है।
एक ओर बालोद जिले के स्कूल भवनों की स्थिति जर्जर है, जिसके चलते कई स्कूल भवनों में घटना हो चुकी है तो दूसरी ओर अच्छे भले स्कूल भवन को जर्जर भवन में तब्दील करने के लिए छोड़ दिया गया है। डौण्डी लोहारा ब्लाक मुख्यालय स्थित लाल रघुवीर सिंह स्टेडियम में कुछ साल पहले शासकीय कन्या उच्चरत माध्यमिक विद्यालय का निर्माण किया गया। स्कूल भवन निर्माण कार्य पूर्व होने के बाद महज एक साल ही वहां कक्षा संचालित हुई। उसके बाद स्कूल को दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया। खाली पड़े स्कूल भवन को देखकर कुछ परिवार उसे अपना आशियाना बना चुके हैं और वहां कब्जा कर जीवन यापन कर रहे हैं।
शिक्षा विभाग की माने तो उस स्कूल भवन में छात्राओं के बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, जिसके चलते दूसरे जगह पर नये भवन का निर्माण कर नये भवन में स्कूल को स्थानांतरित कर दिया गया। अब सवाल यह उठता है कि जब स्कूल में कक्षा ही संचालित नहीं हो रही है तो वहां प्रार्थना कौन करेगा। स्कूल भवन से लगे हुए प्रार्थना डोम के लिए 20 लाख रूपये फूंक दिये गये। इसका निर्माण कार्य वर्ष 2023 में ही पूरा हुआ। अगर स्कूल का संचालन ही नहीं हो रहा तो इंजीनियर ने किस आधार पर प्रस्ताव बनाया और प्रशासन की ओर से किस आधार पर स्वीकृति मिली।