प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तीनों कृषि कानून को वापस लेने का ऐलान कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस माह के अंत में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कई महीनों से आंदोलन पर बैठे किसानों को घर वापस जाने की अपील भी की है। प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को प्रकाश पर्व और कार्तिक पूर्णिमा पर संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में 100 में से 80 किसान ऐसे हैं, जिनके पास 2 हेक्टेयर भूमि है। ऐसे में किसानों की संख्या 10 करोड़ से अधिक हैं। ऐसे में उनकी पूरी जिंदगी की आजीविका का आधार जमीन का छोटा सा टुकड़ा होता है। इसी के सहारे वे पूरा जीवन यापन करते है। उन्होंने कहा कि किसानों को कानून समझाने के भरपूर प्रयास किए गए, लेकिन वह समझ नहीं पाए। इतना ही नहीं हमने किसानों की बातों और उनके तर्कों को समझने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि जिनको कानून पर ऐतराज था उनको समझाने की भरपूर कोशिश की गई।
गौर हो कि पिछले वर्ष संसद में तीन कृषि कानून को प्रस्तावित किया गया था जिसके बाद अलग-अलग किसान संगठनों द्वारा लगातार तीनों कृषि कानूनों का विरोध किया जा रहा था। किसान संगठनों का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कानून की वजह से किसानों को नुकसान होगा और वे उद्योगपतियों के चंगुल में फंस जाएंगे। इसके बाद लगातार केंद्र सरकार के द्वारा किसानों को समझाने की कोशिश की जा रही थी। आज अंततः प्रधानमंत्री मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है।