रामनगरी अयोध्या पहुंचे प्रधानमंत्री ने सबसे पहले हनुमानगढी में बजरंग बली की पूजा अर्चना की और भूमिपूजन की अनुमति मांगी। यहां से हनुमानजी का आशीर्वाद लेकर सीधे रामलला के दरबार में पहुंचे और वहां साष्टांग प्रणाम किया। इसके बाद यहां रामलला की पूजा-अर्चना के बाद परिक्रमा भी की। इसके बाद उनका काफिला गर्भगृह के पास भूमिपूजन स्थल की ओर रवाना हो गया।
प्रधानमंत्री के अयोध्या दौरे के मद़देनजर जहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। वहीं रामनगरी का भव्य रूप से सजाया गया था। इस दौरान सरयू तट से लेकर प्रधानमंत्री के मार्ग तक राम भक्त और अयोध्यावासी पलक पांवडे बिछाए बैठे थे। आखिर सदियों की प्रतिक्षा के बाद भव्य मंदिर निर्माण के लिए आज भूमिपूजन होने जा रहा है। लगभग 500 साल की प्रतिक्षा के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए नींव रखी जानी थी।
राममंदिर के शिलान्यास के लिए चांदी के फावड़े और कन्नी का इस्तेमाल किया गया। इसके साथ ही भक्तों को प्रसाद के रूप में रघुपति लड्डू भी दिए गए। भूमि पूजन समारोह में शामिल हर व्यक्ति को लड्डु के साथ प्रसाद के रूप में चांदी का एक सिक्का भेंट किया गया। चांदी के सिक्के के एक तरफ राम दरबार की छवि है, जिसमें भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान हैं। दूसरी तरफ ट्रस्ट का प्रतीक चिह्न है।