रायपुर। राजधानी रायपुर सहित प्रदेश में बारिश जारी है। जिस कारण कई स्थानों पर जल भराव की स्थिति बन गई है। प्रदेश की जीवन रेखा कहलाने वाली खारून नदी भी उफान मार रही है। प्रशासन ने लोगों को एकतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। लोगों को बाजारों में गुरुवार की सुबह बारिश की वजह से भीड़ कम नजर आई। आस-पास के जिले, जैसे महासमुंद, राजनांदगांव, दुर्ग भिलाई में भी आलम यही है। रिहायशी इलाके बारिश से प्रभावित हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ा है। रायपुर में खारुन नदी में पानी बढ़ने की वजह पुलिस नदी के किनारे लोगों को जाने से रोक रही है। मौसम विभाग ने स्थिति को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के मुताबिक संबंधित इलाकों में बिजली गिरने और अति भारी बारिश होने की संभावना है।
प्रदेश के इन इलाकों में अलर्ट किया जारी
24 घंटे के लिए रेड अलर्ट सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, रायगढ़, कोरबा, बलौदाबाजार महासमुंद, और जांजगीर जिले में लागू किया गया है। 48 घंटे के लिए रेड अलर्ट दुर्ग, बालोद, राजनांदगांव, जिले में है। इन जगहों पर मौसम विभाग के अलर्ट के बाद स्थानीय प्रशासन तैयारियों में जुटा है। यहां बिजली गिरने और अत्यधिक बारिश होने की स्थिति बन सकती है। आॅरेंज अलर्ट एरिया के नाम भी जारी किए गए हैं। कोरिया, सूरजपुर, बिलासपुर, मुंगेली, रायपुर, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम,राजनांदगांव बस्तर और गरियाबंद जिले के शहरी इलाके आॅरेंज अलर्ट पर हैं। 48 घंटे के लिए आॅरेंज अलर्ट मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, बिलासपुर, बलौदा बाजार, गरियाबंद, धमतरी, रायपुर महासमुंद, कबीरधाम जिले के कुछ स्थानों के लिए जारी किया गया है।
बेमेतरा के गांव का संपर्क टूटा
बेमेतरा जिले में 2 दिनों से बारिश हो रही है। शिवनाथ नदी का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। सकरी नदी, फोक नदी, एवं हाफ नदी में बाढ़ की स्थिति एक बार फिर शुरू हो गई है। कवर्धा जिले में हुई अधिक बारिश का असर यहां की नदियों पर दिख रहा है। गांव के लोग अब बड़े पुल की मांग कर रहे हैं। जल स्तर बढ़ने की वजह से एक गांव को दूसरे से जोड़ने वाली सड़क डूब चुकी है । सोयाबीन की फसल में सफेद मक्खियां नुकसान पहुंचा रही हैं। कृषि विभाग से किसानों को अब तक कोई मदद नहीं मिली है। हेमाबन्द भवरदा,सुरकी, सेंदरी, मोहतरा, सेमरिया करचुवा,केवाछि सिंगपुर झाल कारेसरा, भैसबोड दाढ़ी नाम के गांव में फसलें प्रभावित हैं।
धान की खेती बर्बाद
सरगुजा संभाग में इस सीजन में पहली बार मंगलवार रात से मूसलाधार बारिश से नेशनल हाईवे सहित कई मार्ग बंद हो गए हैं। एनएच 43 में बतौली इलाके के रघुनाथपुर-लमगांव के बीच बाइपास में बने पुल के ऊपर तीन फीट से अधिक पानी होने के कारण पूरे दिन हाईवे जाम रहा। इससे दोनों तरफ सैकड़ों ट्रकों की लंबी लाइन लगी रही। इसी तरह अंबिकापुर से प्रतापपुर मुख्य मार्ग स्थित खड़गवां में रपटा पुल डूब जाने से वाहनों की आवाजाही बंद होने से पूरे दिन लोग हलाकान रहे। ऐसे में नाव से एक गांव से दूसरे गांव जाने वाले लोग घरों में दुबकने को मजबूर रहे। बता दें कि मौसम विभाग ने तेज बारिश के आसार के चलते पहले ही अलर्ट जारी किया था। बुधवार को लगातार बारिश होती रही। सबसे अधिक परेशानी नेशनल हाईवे 43 रायगढ़ अंबिकापुर मार्ग में लोगों को हुई। बता दें कि इस मार्ग की जर्जर पुलिया और रोड का निर्माण साथ ही होना है, जो नहीं हो रहा है। वहीं ठेकेदार और अफसरों की लापरवाही के कारण यह मार्ग दलदल बन गया है तो इससे वाहन फंस जाते हैं। वहीं बुधवार को पुल के ऊपर से पानी जाने के कारण वाहन चालक सुबह से शाम चार बजे तक फंसे रहे।