अयोध्या।रामलला के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आज तीसरा दिन है। अयोध्या में भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठान मंगलवार से प्रारंभ हुआ था। 22 जनवरी को नव निर्मित भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेने के लिए भगवान रघुनाथ के मुख्य सेवक महेश्वर सिंह गुरुवार को अयोध्या रवाना हो गए हैं। उनके साथ रघुनाथ के पुजारी सहित तीन लोग शामिल हैं। भगवान श्रीराम को रघुनाथ की ओर से चांदी की चरण पादुका, चौउंर और चौकी भेंट की जाएगी। रामलला की जन्मभूमि अयोध्या से देवभूमि कुल्लू का 374 साल पुराना रिश्ता है।कारागार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सभी जिलों में दूरदर्शन के माध्यम से सजीव प्रसारण कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इससे बंदी भी समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन जेलों में मंदिर हैं, वहां दीपोत्सव व भजन कीर्तन के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इस दौरान कारागारों में भी उत्सव जैसा माहौल हो। उन्होंने बताया कि जेलों में निरुद्ध बंदी राम-सीता की फोटो वाले थैले इत्यादि भी बना रहे हैं। फतेहपुर जेल में बंदियों ने 1100 थैले बनाए हैं, जिस पर राम मंदिर की फोटो छपी है।