रायपुर । विश्व हिंदू परिषद के छत्तीसगढ़ बंद के आह्वान को छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंड्रस्टीज ने संमर्थन नही दिया। बावजूद इसके व्यापारियों ने दुकानें बंद रखी, इसके बाद चेम्बर के अन्य पदाधिकारियो ने इसे लेकर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अमर पारवानी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। चेंबर ने पूर्व पदाधिकारियों ने सरकार की चाटुकारिता का आरोप भी लगाया।
चेम्बर के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व विधायक श्रीचंद सुन्दरानी, चैम्बर के पूर्व चेयरमैन योगेश अग्रवाल, पूर्व उपाध्यक्ष राजकुमार राठी, राजेश वासवानी, वासु जोतवानी, राजेश गुरनानी, सुरेश मध्यान ने उन सभी व्यापारी एवं व्यापारिक संघों का आभार व्यक्त किया । श्री सुन्दरानी ने कहा की चैम्बर का व्यवहार बंद के प्रति अशोभनीय था इससे चैम्बर की 50 साल में जो छवि बनी थी उसे चैम्बर अध्यक्ष द्वारा आघात पहुँचाने का कार्य किया गया ऐसे अनेक अवसर आये हैं मेरे 30 साल के चैम्बर के कार्यकाल में की हमने बंद का त्वरित घटना पर त्वरित निर्णय लिया और बंद करवाया।
उन्होंने कहा कि 72 घंटों का समय उन्हें लगता है जिन्हें निर्णय नहीं लेना होता या बंद का समर्थन नहीं देना होता यह उनके लिए आड़ हो सकती है जिस मुद्दे पर जनता का भावनात्मक लगाव रहा हो ऐसे अवसर पर चैम्बर के मेरे छोटे भाई अजय भसीन को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए भिलाई दुर्ग में बंद करवाया आज यह साबित हो गया की चैम्बर कमजोर हाथों में है अथवा ऐसा लगता है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की चाटुकारिता के कारण चैम्बर ने बंद का समर्थन नहीं किया लेकिन उसके बाद भी बंद का सफल होना कहीं न कहीं चैम्बर की असफलता प्रदर्शित करता है |