सभी अमरनाथ यात्रियों को सुरक्षा के लिहाज से रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटीफिकेशन (आरएफआइडी) कार्ड जारी किए जाएंगे। साथ ही प्रत्येक यात्री का पांच लाख रुपये का बीमा होगा। अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक में गृहमंत्री अमित शाह ने इसके लिए विशेष निर्देश दिए हैैं। यात्रियों की सुरक्षा व सुविधा पर इस बार सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। गृहमंत्री ने कहा कि अधिक ऊंचाई पर पर्याप्त संख्या में आक्सीजन सिलेंडर के साथ-साथ चिकित्सा बेड तैयार होना चाहिए। अमरनाथ यात्रा के साथ-साथ शाह ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा के हालात की भी समीक्षा की। बैठक में अमित शाह, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और एनएसए अजीत डोभाल के साथ-साथ गृहमंत्रालय, सुरक्षा एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
गृहमंत्रालय के अनुसार अमित शाह ने साफ कर दिया कि अमरनाथ यात्रा के दौरान यात्रियों को किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पडे, यह मोदी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण बहुत सारे यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है। इससे निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए जाने चाहिए। खासकर छह हजार फीट की ऊंचाई पर इलाज के लिए विशेष प्रबंध करने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने यात्रा मार्ग पर ठहरने की जगह पर पर्याप्त नेटवर्क उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल टावर लगाने को भी कहा। उनका कहना था कि यात्रा में भूस्खलन की आशंका को देखते हुए मार्ग तत्काल खोलने के लिए जरूरी उपाय किए जाने चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव ने बताया कि पहली बार अमरनाथ यात्री की पहचान सुनिश्चित करने के लिए हर यात्री को आरएफआइडी कार्ड जारी किए जा रहे हैैं। यह उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के काम भी आएगा। अभी तक यह कार्ड यात्री वाहनों को जारी होते थे लेकिन इस बार एक-एक यात्री को यह कार्ड जारी होगा। इसके साथ ही सभी यात्रियों का पांच-पांच लाख का बीमा भी कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि यात्रा के लिए टेंट सिटी, वाई फाई हाटस्पाट और प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा बर्फानी बाबा के आनलाइन दर्शन और गुफा में होने वाली सुबह-शाम आरती के सीधा प्रसारण का प्रबंध किया गया है।