जोमैटो एक आनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी है। इस कंपनी के विज्ञापन को महाकाल से जोड़ने पर विवाद पैदा हो गया है। कंपनी का यह विज्ञापन एड एक्टर ऋतिक रोशन ने किया है। इस विज्ञापन में वे कह रहे हैं- थाली का मन किया। उज्जैन में हैं, तो महाकाल से मंगा लिया। इस पर महाकाल मंदिर के पुजारियों ने विरोध जताया है। पुजारियों का कहना है कि महाकाल मंदिर किसी थाली की डिलीवरी नहीं करता है। जोमैटो और ऋतिक रोशन इस विज्ञापन पर माफी मांगें।
मंदिर के पुजारी महेश ने कहा- कंपनी ने अपने विज्ञापन में महाकाल मंदिर को लेकर भ्रामक प्रचार किया है। ऐसे विज्ञापन जारी करने से पहले कंपनी को सोचना चाहिए। हिंदू समाज सहिष्णु है, वह कभी उग्र नहीं होता। अगर कोई दूसरा समुदाय होता, तो ऐसी कंपनी में आग लगा देता। जोमैटो हमारी भावनाओं के साथ ऐसा खिलवाड़ न करें।
पुजारी महेश ने कहा- महाकाल मंदिर अन्न क्षेत्र में भक्तों को भोजन थाली में दिया जाता है, लेकिन थाली का भोजन किसी के मंगाने पर डिलीवरी करने का प्रावधान नहीं है। जो कंपनी नॉनवेज खाना भी डिलीवर कर रही हो, उसे तुरंत महाकाल थाली का भ्रामक विज्ञापन बंद कर देना चाहिए। कंपनी ने हिंदुओं भावना को ठेस पहुंचाई है। हम इसका घोर विरोध करते हैं। कंपनी ने माफी नहीं मांगी, तो हम कोर्ट जाएंगे।
महाकाल मंदिर के पुजारियों के विरोध के बाद उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने विज्ञापन को तथ्यहीन और भ्रामक बताया। उन्होंने कहा कि महाकाल मंदिर में सिर्फ अन्न क्षेत्र में प्रसाद ग्रहण किया जा सकता है। यहां से कहीं भी थाली नहीं भेजी जाती है। इस तरह के भ्रामक विज्ञापन को बंद कराने के लिए कार्रवाई करेंगे।
महाकालेश्वर मंदिर के अन्न क्षेत्र में रोजाना हजारों श्रद्धालु भोजन भोजन प्रसादी लेने पहुंचते हैं। मंदिर समिति की ओर से फ्री खाने का इंतजाम किया जाता है। श्रद्धालु सुबह 11 से 2 बजे तक और शाम 5 से रात 8 बजे तक अन्न क्षेत्र में बैठकर भोजन प्रसादी ग्रहण कर सकते हैं। यह परंपरा सैकड़ों साल से चली आ रही है।
पांच महीने पहले भी विवादों में आ चुकी है कंपनी
पांच महीने पहले कंपनी तब विवादों में आई थी, जब 10 मिनट में खाना पहुंचाने का दावा किया गया था। कंपनी के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने एक ब्लॉग के जरिए इसकी जानकारी दी थी। इस पर सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा था कि यह बिल्कुल बेतुकी सर्विस है। इससे डिलीवरी करने वालों पर बेकार का दबाव बढ़ेगा।
कई लोगों ने भी डिलीवरी बॉय की सेफ्टी पर सवाल उठाए थे। हालांकि, गोयल ने सोशल मीडिया पर ये भी बताया था कि उनकी 10 मिनट डिलीवरी सर्विस 30 मिनट डिलीवरी सर्विस की तरह सेफ रहेगी। सभी डिलीवरी बॉय को रोड सेफ्टी को लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें लाइफ इंश्योरेंस भी दिया जाएगा।
जोमैटो का विवादों से पुराना नाता
जोमैटो आनलाइन रेस्तरां खोजने और खाना मंगवाने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना पंकज चड्ढा और दीपिंदर गोयल ने 2008 में की थी। इस कंपनी की स्थापना फूडीबे नाम से की गई थी। इसे 18 जनवरी 2010 को जोमैटो (जोमैटो मीडिया पीवीटी एलटीडी) से बदल दिया गया।