रूसी सेना ने दक्षिणी यूक्रेन के शहर मीकोलईव पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया। हमले में खाली पड़ा एक आवासीय भवन नष्ट हो गया। पानी के जहाज बनाने वाले कारखानों के इस शहर पर रूस महीनों से हमले कर रहा है लेकिन इस पर कब्जा नहीं कर पाया है। यह शहर रूस के कब्जे वाले खेरसान से 35 किलोमीटर दूर है। इस बीच रूस ने यूक्रेन द्वारा डर्टी बम के इस्तेमाल की आशंका जताई है। इस बम से तमाम छोटे बम फैलकर बड़े क्षेत्र में बर्बादी करते हैं और लोगों की जान जाती है। इस बम में विकिरण फैलाने वाला रेडियोएक्टिव तत्व भी होता है। मारीपोल की लड़ाई में रूसी सेना पर इन बमों के इस्तेमाल के आरोप लगे थे।
रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू की फ्रांस और तुर्किये के समकक्षों से बात हुई है। इसमें शोइगू ने यूक्रेनी सेना की बड़ी संख्या में डर्टी बमों के इस्तेमाल की योजना की चर्चा की। कहा कि अगर ऐसा हुआ तो माहौल बिगड़ जाएगा। फ्रांस के रक्षा मंत्री सेबेस्टीन लेकोर्नू ने बताया कि उन्होंने यूक्रेन में जारी युद्ध रोकने के लिए बातचीत शुरू करने पर जोर दिया। इस बीच यूक्रेनी सेना ने कहा कि मीकोलईव पर हमले के लिए रूसी सेना के भेजे 14 कामिकाजे ईरानी ड्रोन उसने नष्ट किए हैं। यूक्रेन का दावा है कि उसकी सेना खेरसान और जपोरीजिया में निरंतर आगे बढ़ रही है। रूसी प्रशासन के निर्देश पर खेरसान काफी हद तक खाली हो चुका है। यहां स्थित नोवा काखोव्का बांध पर हमले की साजिश रचने का रूस और यूक्रेन एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।