स्क्रैपेज पालिसी नए व्यवसाय स्थापित करने का अवसर प्रदान करेगी। परंपरागत आटो बाजार और सेक्टर के नए खिलाड़ियों के एक साथ आने से ऐसा संभव हो सकेगा, क्योंकि कई छोटे और मध्यम उद्योग फिटनेस टेस्टिंग सेंटर स्थापित करेंगे।
इस संबंध में सलाहकार फर्म अर्नस्ट एंड यंग (ईवाई) ने कहा कि स्क्रैपेज पालिसी एक नए तरह का आटो बाजार स्थापित करने में प्रमुख भूमिका अदा करेगी। पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित इस पालिसी पर टिप्पणी करते हुए डेलाय इंडिया ने कहा कि यह नीति ना केवल अतिरिक्त निवेश आकर्षित करने का काम करेगी बल्कि रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। नई नीति के तहत किसी वाहन के स्क्रैप में जाने का फैसला उसकी आयु के आधार पर नहीं, बल्कि फिटनेस पर निर्भर करेगा। माना जा रहा है कि वाहनों की फिटनेस टेस्टिंग के लिए पूरे देश में 50 से 60 सेंटर स्थापित किए जाएंगे।
ईवाई इंडिया के पार्टनर और आटो विशेषज्ञ विनय रघुनाथ ने कहा कि कल-पुर्जे बनाने वाले उद्योग रिसाइकलिंग पर ध्यान देकर पर्यावरण और आर्थिक दोनों लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। डेलाय इंडिया के पार्टनर अरिंदम गुहा ने कहा कि स्क्रैपेज पालिसी से वाहनों से होने वाला प्रदूषण कम होगा, बल्कि सड़क सुरक्षा में सुधार होगा। ओमेगा सेकी मोबिलिटी के प्रेसिडेंट और संस्थापक उदय नारंग ने कहा कि नई नीति सड़कों से अनफिट वाहनों की भीड़ कम करेगी।