
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नए संसद भवन में सेंगोल यानी राजदंड स्थापित करेंगे। इस का संबंध तमिल इतिहास से है। यह लगभग 2,000 साल पुराने संगम काल का है। ब्रिटिश शासन ने भारत को सत्ता हस्तांतरित करने के प्रतीक स्वरूप प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को यह दिया था।
यह राजदंड (सेंगोल) अभी इलाहाबाद के एक संग्रहालय में रखा हुआ है। यह राजदंड पहले माउंटबेटन को दिया गया था। बाद में पुजारी ने इसे गंगाजल से पवित्र किया और नेहरू जी को दिया। यह एक ऐसी ऐतिहासिक घटना थी। इसके बार में किसी को नहीं पता था। इस राजदंड को इलाहाबाद संग्रहालय में यह कहकर रखा गया कि यह एक गोल्डन वॉकिंग स्टिक है जो पंडित नेहरू को दी गई थी।’ संगोल का संबंध चोल राजाओं से था।
राजाओं के राज्याभिषेक का नेतृत्व करने और सत्ता के हस्तांतरण को पवित्र करने के लिए आध्यात्मिक गुरुओं के लिए यह एक प्रथा थी। इस प्रथा को शासक को मान्यता देने के तौर पर देखा जाता था।