सरगुजा। दृश्यम मूवी की तर्ज पर सीतापुर के राजमिस्त्री की हत्या मामले में आरोपियों के खिलाफ प्रशासन सख्त कदम उठाने जा रहा है। इस हत्याकांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपी ठेकेदार अभिषेक पांडेय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस जहां दिन रात छापेमारी कर रही है। वहीं दूसरी ओर अब अभिषेक पांडेय के PHE के 62 करोड़ रूपये के 28 टेंडरों को निरस्त करने का निर्देश विभाग को दे दिया गया है। इसके साथ ही उसे तत्काल भुगतान होने वाली 5 करोड़ की राशि भी निरस्त होगी। इसके अलावा अब उसके खाते भी सीज कर दिए गए हैं। साथ ही आरोपियों की संपत्तियों की जांच की जाएगी जिसके बाद अवैध संपत्तियों पर बुल्डोजर चलाया जायेगा। इस एक्शन प्लान की तस्दीक खुद सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो ने की है।
क्या है पूरा मामला ?
बता दें कि, छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में लगभग दो महीनें से लापता राजमिस्त्री का शव का शव मैनपाट विकासखंड के ग्राम मुरैना में स्थित जल जीवन मिशन के तहत बनाई गई पानी टंकी के नींव से खोद कर बरामद किया गया था। शव निकालने के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के 100 हथियार धारी जवान मौके में तैनात कर दिए थे। मामले की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के पूर्व विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत भी मौके पर पहुंचे थे और कहा क्या सरकार बुलडोजर चलाएगी ? क्यों कि हत्या एक आदिवासी युवक की हुई है और प्रदेश के मुख्यमंत्री भी आदिवासी हैं।
7 जून से लापता चल रहा था राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा
दरअसल राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा निवासी ग्राम बेलजोरा सीतापुर थाना 7 जून से लापता हो गया था। जिसकी गुमशुदगी उसके परिजनों ने अगले दिन 8 जून को सीतापुर थाना में दर्ज कराई थी। लेकिन लापता दीपेश उर्फ़ संदीप का कोई अता-पता नहीं लग रहा था। अंततः 21 जुलाई को सर्व आदिवासी समाज ने सीतापुर थाना का घेराव करते हुए थाने में ही आदिवासी समाज के लोगों घरना में बैठ गए।
परिजनों ने आरोप लगाया था कि ठेकेदार संदीप का अपहरण कर गाड़ी में ले गए थे। जिसके बाद से वह घर नहीं लौटा है। पुलिस ने मामला बिगड़ते देख तत्काल इस मामले मामले अम्बिकापुर निवासी तीन लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया था।
आरोपियों ने कबूला जुर्म
जिसके बाद सीतापुर थाना पुलिस के द्वारा ठेकेदार व उसके साथियों के विरुद्ध मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों की खोजबीन में जुटी हुई थी। लेकिन आरोपी फरार थे। पुलिस ने इस मामले के तीन आरोपियों को पिछले दिनों पकड़ कर पूछताछ की तो आरोपियों ने राजमिस्त्री दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा की हत्या करना कबूल किया और बताया कि मृतक का शव उन्होंने ने मैनपाट में जनजीवन मिशन के बने पानी टंकी के नींव में दफ़न कर दिया है।
इसलिए कर दी थी संदीप की हत्या
सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम बेलजोरा निवासी दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा राजमिस्त्री का काम करता था। वह उस दौरान सीतापुर के ग्राम उलकिया में सरकारी भवन के काम में कर रहा था। इसी बीच वह 7 जून 2024 वह काम करके घर नहीं लौटा।
जिसके बाद संदीप के परिजन उसे खोजबीन करने लगे और जब 9 जून को वे थाने पहुंचे तो पता चला कि 8 जून को ठेकेदार सीतापुर निवासी अभिषेक पांडेय ने थाने में दीपेश उर्फ संदीप व विकास नामक युवक पर छड़ चोरी का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है।
इसके बाद मृतक की पत्नी अपने पति को खोजने की गुहार लगाते हुए अम्बिकापुर एसपी व आईजी कार्यालय में आवेदन दिया। इसके बाद भी पुलिस इस मामले में शांत बैठीं रही अंततः सर्व आदिवासी समाज ने थाने का घेराव किया तब पुलिस हरकत में आई और ठेकेदार सहित अन्य लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया था।
आरोपियों पर रखा इनाम
गौरतलब है कि संदीप लकड़ा की हत्या 7 जून को ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने अपने 5 कर्मचारियों के साथ मिलकर की थी। इनमें से अबतक 4 को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में पुलिस अब मुख्य आरोपी अभिषेक पांडेय और गौरी तिवारी को पकड़ने के लिए जुटी हुई है। एसपी ने कहा है कि जो भी इन दोनों का पता बताएगा, उसे 10 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा और उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।