रायपुर। आज के भागदौड़ भरे जीवन में हर कोई व्यस्त है पर इस सब के बाद भी अपने आपको स्वस्थ रखने के लिए कुछ चीजों को जीवन में शामिल करना आवश्य है। सबसे पहले तो खुद को खुश रखने के कला हर किसी को आना चाहिए। आज विश्व स्वस्थ दिवस में जानिए कुछ ऐसे आसान उपाय जिनसे आप स्वस्थ जीवन पा सकते हैं।
हमे अपने दिनचर्या में ध्यान और योगा को शामिल करना चाहिए। खुद को खुश रखने के लिए हर दिन म्यूजिक सुनने की आदत भी डालनी चाहिए और इन सबके साथ सबसे जरूरी अच्छी नींद और अच्छा खाना भी खाना चाहिए।
योग को अपनाएं
योगा आपके ह्दय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इससे ह्दय में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। जिसकी मदद से ह्दय संबंधित बीमारियां होने की संभावना कम हो जाती है। साथ ही शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।तनाव कम करने में मदद मिलती है। वजन कम करने के लिए योगा एक बेहतरीन तरीका है। यह आपके शरीर को टोन रखने में मदद करता है। यह वजन कम करके सही वजन पाने में मदद करता है।
योगा इम्यूनिटी में सुधार करने में मदद करता है। यह आपके इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है जो आपके फेफड़े, हद्य और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। यह आपको स्वस्थ खाने में भी मदद करता है।
संगीत करें आपको तरोताजा
जिस तरह हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक खाने की आवश्यकता पड़ती है ठीक उसी तरह हमारी आत्मा को स्वस्थ और सकारात्मक रखने के लिए संगीत की आवश्यकता पड़ती है। आप चाहे कितने भी व्यस्त क्यों ना हों हम यही कहेंगे कुछ समय अपने लिए भी निकालिए और संगीत का संग अपनाइए। वजह, कई शौध यही बताती है कि संगीत का असर हमारे शरीर और मन दोनों पर पड़ता है।
महान वैज्ञानिक चार्ल्स डार्विन कहते हैं- ‘अगर मेरे पास फिर से जीने के लिए जीवन होता, तो मैं कुछ कविता पढ़ने और हर हफ्ते कम से कम एक बार म्यूजिक सुनने के लिए एक नियम बना देता।’ हालिया शोध से पता चला है कि संगीत सुनने से कोई भी व्यक्ति शारीरिक के साथ मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहता है। एक रिसर्च बताती है- अगर आप अपने पसंद का संगीत सुनते हैं तो आपका मूड खुश-मिजाज रहता है और सोचने-समझने की शक्ति भी बढ़ती है। इतना ही नहीं अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो वो समस्या भी धीरे-धीरे सुधरने लगती है। संगीत यानी गीत का संग, रोजाना 20-30 मिनट संगीत के संग देने से किसी भी शख्स का अकेलापन व तनाव भी दूर होता हैं।
1200 से 1800 कैलोरी ले रोज
व्यक्ति की शारीरिक संरचना और उसके द्वारा की जाने वाली मेहनत के हिसाब से खान-पान की आवश्यकता अलग-अलग होती है। दिमाग सुचारु रूप से काम करता रहे और शरीर थके नहीं, इसके लिए हर वयक्ति को लगभग 1200 से 1800 कैलोरी की आवश्यकता होती है। इतनी कैलोरी ऊर्जा के रूप में शरीर में बेहतर ढंग से संचारित हो जाती है, जो वसा के रूप में शरीर में नहीं जमती। इसलिए आहार चार्ट में खाद्य पदार्थों की मात्राएं कैलोरी के हिसाब से इतनी होनी चाहिएः-
दिन के तीन मुख्य भोजन जैसे – नाश्ता, दोपहर का खाना और रात का खाना 300 से 350 कैलोरी का रखें।
बाकी 300 कैलोरी में स्नैक्स और अन्य चीजों को रखें।
ग्रीन टी का सेवन करें।
मैदा और चावल बिल्कुल ना खाएँ। जो भी खाना खाएँ वह गेहूँ से बना हो, या ब्राउन चावल हो।
सुबह उठते ही पानी पिएँ। लगभग 2 गिलास गुनगुना पानी पिएँ।
नाश्ते में ओट्स का सेवन करें, लेकिन बाहर का प्रिजरवेटिव युक्त ओट्स हो। सादे ओट्स लाकर उसमें प्याज, लहसुन, दालचीनी, कलौंजी, ब्रौकली और नमक आदि डालकर बनाएँ। कभी-कभी कॉर्नफ्लेक्स और मलाई उतरे हुए दूध का सेवन करें।
दिन के भोजन और नाश्ते के बीच में 5-10 बादाम, कॉफी या ग्रीन टी, अदरक, तुलसी, दालचीनी और अदरक, इलायची से बनी चाय का सेवन करें। इसमें चीनी न मिलाएँ।
दिन के भोजन में एक कटोरी ब्राउन राइस, सलाद, दाल एवं दो रोटी का सेवन करें। इसके साथ में एक कटोरी सलाद भी लें।
शाम के समय कोई भी सब्जियों से बना सूप या ग्रीन टी लें।
रात के भोजन में एक कटोरी वेज सूप, एक कटोरी सलाद, एक बड़ी कटोरी पपीता या एक कटोरी भरकर उबली हुई सब्जियाँ खाएँ, इसमें लहसुन और प्याज भी डालें।