गरियाबंद। आवारा पशुओं की सुरक्षा और संरक्षण हेतु लागू की गई राज्य सरकार की महती योजना रोक छेका अभियान पालिका क्षेत्र में पूरी तहर फेल साबित हो रही है। जिम्मेदार प्रशासन के उदासीनता के चलते सरकारी आदेश कागज में ही सिमट गया और सड़कों पर मवेशियों का कब्जा हो गया है। जिसके चलते आए दिन आवाजाही करने वाले राहगीर सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे हंै। आवारा मवेशियों के कारण नगर के बीच से होकर गुजरे नेशनल हाईवे सहित सभी प्रमुख मार्गों में रोजाना यातायात प्रभावित हो रहा है परंतु प्रशासनिक निष्क्रियता इस कदर बढ़ गई है कि इस मामले में पालिका के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की शिकायतों की भी सुनवाई नहीं हो रही है। रोका छेका अभियान के क्रियान्वयन और सड़कों से आवारा मवेशी को हटाने के लिए नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन सहित सभी पार्षद और जनप्रतिनिधि लगातार शिकायत कर रहे हैं परंतु पालिका प्रशासन इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहा है। इधर इस अभियान के लिए पालिका प्रशासन ने जिसे प्रभारी नियुक्त किया है वह भी अब तक इसमें सक्रिय नजर नहीं आए हैं, जिसके चलते जनप्रतिनिधियों में नाराजगी व्याप्त है। जनप्रतिनिधियों की मौखित शिकायत पर कार्रवाई ना होने के चलते इस मामले मे नगर पालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन ने सीएमओ को लिखित ज्ञापन सौंपकर इस पर कार्यवाही की मांग की है। नपा अध्यक्ष मेमन ने कहा कि नगर पालिका प्रशासन की उदासीनता के चलते रोका छेका अभियान का नगर निकाय अंतर्गत संचालन नहीं हो पा रहा है जिसके चलते आए दिन सड़क दुर्घटना हो रही हैं। किसानो की फसल का नुकसान हो रहा है। उन्होंने इस अभियान के लिए प्रभारी बनाए गए कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई की भी मांग की है।
अभियान के प्रभारी दुष्यंत साहू बिना अवकाश लिए संस्था एवं मुख्यालय से बाहर रहते
इस संबंध में पालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन ने कहा कि रोका छेका अभियान के प्रभारी दुष्यंत साहू बिना अवकाश लिए संस्था एवं मुख्यालय से बाहर रहते है, उनकी लापरवाही के कारण रोका छेका अभियान का सही क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। जब उनसे इस विषय में मोबाइल पर चर्चा करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने ना फोन रिसीव किया ना ही काल बैक किया। बिना अवकाश लिए शासकीय कर्मचारी मुख्यालय से बाहर रहते हंै जो कि शासन के नियमों के विरुद्ध है। वहीं कर्मचारी की अनुपस्थिति और लापरवाही से शासकीय कार्य और सरकारी योजनाएं प्रभावित हो रही हंै, जिसके चलते उक्त कर्मचारी के विरुद्ध सशक्त कार्यवाही करने नगर पालिका सीएमओ संध्या वर्मा को ज्ञापन दिया गया है। कार्यवाही ना होने की स्थिति में जनप्रतिनिधि कड़े कदम उठाने बाध्य होंगे।