मुरैना। शासन और प्रशासन लाख दावे कर ले, लेकिन सीधी हादसे में 51 लोगों की मौत से कोई सबक नहीं लिया गया है। हालात जस के तस हैं। बसों में ओवरलोडिंग कर लोगों की जिंदगी दांव पर लगाई जा रही है। सीधी हादसे के बाद ग्राउंड पर पहुंचकर जानने की कोशिश की तो स्थिति बदतर मिली। मुरैना में एक 36 सीटर बस में 120 लोग सवार मिले। इनमें 60 से 70 लोग तो बस की छत पर बैठकर सफर कर हे थे।
ये रास्ता नहर के किनारे से गुजरता है। नहर में इन दिनों 15 फीट ऊंचाई तक पानी है। दोपहर करीब 2 बजे बस गुजरी। ये बस 36 सीटर थी, लेकिन 120 से ज्यादा यात्री ठूंस-ठूंसकर भरे हुए थे।
जो सवारी मिली, सभी को चढ़ाते गए ड्राइवर और कंडक्टर : बस के अंदर 60 के करीब और इतने ही उसकी छत पर सवार थे। चौंकाने वाली बात यह है कि बस स्टैंड से रवाना होने के बाद बस आरटीओ चेकपोस्ट से भी गुजर गई। यहां 20 सवारी इंतजार कर रही थीं। ड्राइवर ने बस रोकी और सभी को चढ़ा लिया। ओवरलोड बस नहर किनारे भी तेज स्पीड में चली जा रही थी। बस में ओवलोडिंग इतनी ज्यादा थी कि उसका एक किनारा नहर की तरफ झुकने लगा था।
बस का अस्थाई परमिट लेकर ओवरलोडिंग : मध्यप्रदेश ट्रांसपोर्ट विभाग की वेबसाइट में जांच करने पर बस मुरैना निवासी फिरंगी सिंह परमार के नाम पर रजिस्टर्ड मिली। परिवहन विभाग से अस्थाई परमिट लेकर इसे चलाया जा रहा है।
मुरैना से धौलपुर रूट और जौरा-कैलारस सबलगढ़ और अंबाह-पोरसा रूट पर बसों की छतों पर भी सवारियां बैठी मिलीं। मुरैना आरटीओ अर्चना परिहार ने बताया कि मुरैना-सिकरौदा-देवगढ़-चिन्नौनी रूट पर बैरिकेडिंग की है। छतों पर सवारियां बैठा रहे बस ड्राइवरों पर एक्शन लेंगे। सागर में आरटीओ कर्मियों ने पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई की। यहां 41 यात्री वाहनों की जांच की गई, जिसमें से 14 में खामियां मिलीं। इन पर 96 हजार का जुर्माना लगाया गया। सागर से नरसिंहपुर जाने वाली 33 सीटर बस में 50 से ज्यादा यात्री मिले।
भोपाल-इंदौर रूट की 40 बसों की जांच हुई, इनमें से 7 ओवरलोड मिलीं। दो बसें बिना परमिट के चलते मिलीं। चेकिंग में महादेव ट्रेवल्स की भोपाल से सुल्तानपुर जा रही 32 सीटर बस में 37 यात्री मिले। छह और बसों में 2 से लेकर 5 यात्री तक ओवरलोड मिले। सभी पर मिलाकर 18 हजार रुपए जुर्माना किया गया। इसके अलावा स्क्र्य ट्रेवल्स की बिना परमिट बस जब्त कर ली गई।