नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच दबाव के साथ-साथ हीरो बनने का अवसर भी साथ लाता है। इसमें अच्छा प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी आने वाले कई सालों तक याद किया जाता है। इस बार भी दोनों टीमों को मिलाकर कई ऐसे सितारे खेल रहे हैं जो अपने दम पर मुकाबले का रुख बदलने की क्षमता रखते हैं।
सूर्यकुमार यादव
सूर्या उन खिलाडिय़ों में शुमार किए जाते हैं, जिनको टीम इंडिया में जगह दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर लंबी मुहिम चली। आईपीएल के 123 मुकाबलों में 136 की स्ट्राइक रेट से 2644 रन बनाने के बाद सूर्या आखिरकार टीम इंडिया में चुन लिए गए। एशिया कप में सूर्या चौथे नंबर पर बल्लेबाजी का जिम्मा संभालेंगे। उन्होंने भारत के लिए 23 टी-20 मुकाबलों में 175.45 की स्ट्राइक रेट से 672 रन बनाए हैं।खेलने का अंदाज ऐसा कि उनको इंडिया का मिस्टर 360 डिग्री प्लेयर कहा जा रहा है। गेंदबाज बचने के लिए पैर के आसपास गेंद डालता है तो भी सूर्या सीमा रेखा के बाहर भेजने से गुरेज नहीं करते। ऑफसाइड से लेकर लेग साइड तक उनके शॉट्स विरोधी बॉलर्स को बेबस कर देते हैं। टी-20 वल्र्ड कप 2021 में ओपनिंग जोड़ी के सस्ते में पवेलियन लौटने के बाद टीम इंडिया कभी वापसी करती नहीं दिखी थी। इसबार अगर वैसी परिस्थिति बनी तो फैंस बहुत जल्दी उम्मीदें नहीं छोड़ेंगे क्योंकि सबको यकीन है कि सूर्या संभाल लेगा।
युजवेंद्र चहल
युजवेंद्र चहल को टी-20 वल्र्ड कप 2021 में टीम इंडिया में मौका नहीं दिया गया। कहा गया कि चयनकर्ता नए कॉम्बिनेशन के साथ जाना चाहते हैं। उस वक्त एक बड़ी फेमस लाइन सिलेक्टर्स के तरफ से कही गई थी कि हम फास्टर स्पिनर चाहते थे। मतलब ऐसा गेंदबाज जो स्पिनर के रूप में भी अपनी तेज गेंदों से बल्लेबाज को परेशान कर सके। क्रिकेट फैंस भी इस फास्टर स्पिनर के कॉन्सेप्ट को सुनकर अचंभे में थे। खैर, बात चहल को गहरी चुभ गई। टी-20 वल्र्ड कप 2021 में टीम इंडिया के खराब प्रदर्शन के बीच चहल खुद पर लगातार काम करते रहे। जलवा ऐसा कि आईपीएल 2022 के 17 मुकाबलों में सबसे ज्यादा 27 विकेट चटका लिए। दुनिया भर के दिग्गज गेंदबाजों को पछाडऩे के बाद चयनकर्ताओं के पास कोई ऑप्शन नहीं था। आखिरकार चहल की टीम इंडिया में वापसी हुई और अब दुबई की बड़ी विकेट्स पर वह भारत के लिए तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।
हार्दिक पंड्या
कहा जाता है कि हर मर्ज की एक ही दवा नहीं हो सकती, लेकिन पिछले वल्र्ड कप के बाद भारतीय टी-20 टीम में जितनी भी समस्याएं दिखीं, सबकी दवा फिलहाल एक ही साबित हो रही है। उसका नाम है हार्दिक पंड्या। वे भारतीय टीम में बॉलिंग डेप्थ की कमी को पूरा करते हैं। साथ ही मिडिल ऑर्डर में गहराई लाते हैं। अगर टीम का टॉप ऑर्डर फेल होता है तो भी हार्दिक अपने दम पर जीत दिलाने की क्षमता रखते हैं। डेथ ओवर्स में वे पावर हिटिंग भी कर सकते हैं।
मोहम्मद रिजवान
पाकिस्तान को सलमान बट्ट के बाद लंबे अरसे तक आक्रामक बल्लेबाज नहीं मिला। खासकर कोई ऐसा खिलाड़ी जो बगैर दबाव लिए शुरुआती ओवर्स में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए विपक्षी टीम को मैच से बाहर कर दे। इस कमी को विकेटकीपर बैटर मोहम्मद रिजवान ने पूरा किया। टी-20 वल्र्ड कप 2021 में टीम इंडिया के 152 के टारगेट को बाबर के साथ मिलकर रिजवान ने बौना साबित कर दिया और 10 विकेट से मैच जीत लिया।
फखर जमान
अक्सर तीसरे नंबर पर टीम का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज खेलता है। भारत ने ये स्थान विराट कोहली को दे रखा है तो पाकिस्तान के लिए फस्र्ट डाउन खेलने की जिम्मेदारी फखर जमान उठाते हैं। फखर ने अपने टी-20 करियर में 65 मुकाबले खेले हैं और इस दौरान 1253 रन बनाए हैं।
शादाब खान
शादाब एक रिस्ट स्पिनर हैं, जो किसी भी पल अपनी गेंदबाजी से मुकाबले का रुख बदलने की क्षमता रखते हैं। वह पावर हिटर हैं, जो लोअर डाउन द ऑर्डर आकर बड़े शॉट्स खेल सकते हैं। इतना ही नहीं, शादाब एक बेहद शानदार फील्डर हैं जो हवा में गोते लगाते हुए कहीं से गेंद लपक सकते हैं।