रायपुर- देश में पहली बार बिजली चोरों को पकड़ने का सिस्टम तैयार किया गया है। यह सिस्टम रायपुर की एक युवा साइंटिस्ट ने बनाया है। छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र ने इसको पेटेंट करने के बाद टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की तैयारी भी शुरू कर दी है। यह सिस्टम हर तरह की बिजली चोरी को सेकंडों में पकड़ लेगा। बस एक छोटी सी डिवाइस मीटर में लगाई जाएगी। दूसरी डिवाइस नजदीकी विद्युत उप केंद्र में। जैसे ही कोई बिजली चोरी होगी वह लाइन काे ट्रेस कर उस घर की लोकेशन उप केंद्र को बता देगा।यह पूरा सिस्टम वायरलैस है। ये डिवाइस पुराने और नए दोनों मीटर में सपोर्ट करेगी। इसको बनाने वाली साइंटिस्ट शिवानी सिंह का कहना है कि यह डिवाइस बहुत ही सस्ती होगी। इसको बनाने में बहुत कम खर्च आया है। बता दें कि बिजली चाेरी की वजह से ही घरों में लो वोल्टेज की समस्या आती है।आने वाले समय में स्मार्ट और प्री पेड मीटर लगाए जा रहे हैं। यह सिस्टम उन्हें भी सपोर्ट करेगा। प्री पेड मीटर बैलेंस खत्म होने के बाद भी अगर किसी घर में बिजली सप्लाई हो रही है, तो उसे ट्रेस कर लेगा।
शिवानी बताती है कि इसको बनाने का प्लान एक दोस्त के सवाल से आया। एमटेक की पढ़ाई के दौरान मैं एनर्जी को स्टोर कैसे किया जाए, इस पर रिसर्च कर रही थी। उसी दौरान मेरे दोस्त ने कहा कि बिजली चोरों को पकड़ लिया जाए तो बहुत एनर्जी बचाई जा सकती है। मैंने उसे बातों ही बातों में इस सिस्टम का ओवरव्यू बताया। इसके बाद मैं इस रिसर्च में लग गई। चार साल दिन-रात मेहनत करने के बाद मैंने इसे तैयार किया।