अफगानिस्तान में तालिबान ने सरकार के गठन के बाद अब कार्यवाहक चीफ आफ स्टाफ कारी फसीहुद्दीन ने घोषणा कर दी है। इसके तहत इस्लामिक अमीरात आफ अफगानिस्तान में सेना का गठन किया जाएगा। इसमें पूर्व सैनिकों को भी शामिल किया जाएगा।
टोलो न्यूज के मुताबिक फसीहुद्दीन ने कहा कि अफगानिस्तान की सुरक्षा के लिए मजबूत सेना की आवश्यकता है। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके बाद तालिबान देश में और बाहर दोनों मोर्चे पर किसी भी खतरे का सामना करने में सक्षम होगा।
नई अफगानिस्तान सेना में ऐसे लोगों को वरीयता दी जाएगी जो प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं या फिर पेशेवर हैं। नई सरकार की इस घोषणा के बाद भी पूर्व सैनिकों का कहना है कि उन्हें काम पर नहीं लिया जा रहा है। पूर्व सैन्य अधिकारी शेकोरुल्ला सुल्तानी का कहना है कि तीन लाख पूर्व सैनिकों के भाग्य का फैसला अभी तालिबान को करना है।