नागपुर और दिल्ली में शुरुआती दो टेस्ट मैचों में जिन टर्निंग पिचों पर आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों के सामने असहाय नजर आ रहे थे, वैसा ही कुछ होलकर स्टेडियम में भारत के साथ हुआ। टर्निंग पिच पर खेलने का दांव टीम इंडिया पर उलटा पड़ा और भारतीय बल्लेबाज आस्ट्रेलियाई स्पिनरों के जाल में उलझ गए।
पहले दो टेस्ट की तरह पिच से स्पिनरों को काफी मदद मिलने की उम्मीद थी लेकिन यहां पिच पर पहले ही घंटे में गेंद ने काफी टर्न लिया। मैथ्यू कुहेनमैन की अगुआई में आस्ट्रेलियाई स्पिनरों में भारत की पहली पारी 109 रन पर समेट दी। इस विकेट पर पहले दिन कुल 14 विकेट गिरे और दिन का खेल खत्म होने तक मेजबान टीम ने चार विकेट पर 156 रन बनाकर 46 रन की बढ़त ली। पीटर हैंड्सकांब और नाइट वाचमैन कैमरन ग्रीन छह रन बनाकर क्रीज पर हैं।
उलटा पड़ा पहले बल्लेबाजी का निर्णय
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय उलटा पड़ा। टीम नियमित अंतराल पर विकेट गंवाती चली गई। टर्न लेती पिच पर गलत शाट चयन भी भारतीय बल्लेबाजों पर भारी पड़ा। टीम में वापसी कर रहे मिशेल स्टार्क के पहले ही ओवर में रोहित शर्मा दो बार आउट थे, लेकिन आस्ट्रेलिया ने रिव्यू नहीं लिया। स्टार्क ने पारी के पहले ओवर की पहली ही गेंद पर रोहित श्ार्मा को विकेट के पीछे कैच कराया। लेकिन अंपायर नितिन मेनन ने उन्हें नाटआउट दिया। जबकि रिप्ले में दिखा कि गेंद उनके बल्ले से लगकर विकेटकीपर कैरी के हाथों में गई थी। चौथी गेंद पर एक बार स्टार्क की गेंद स्विग लेती हुई रोहित के पैड से टकराई। एक बार फिर अंपायर ने नाटआउट दिया। रिप्ले में गेंद स्टंप्स बिखेरती नजर आई।
शुरुआती एक घंटे में आधी टीम पवेलियन लौटी
छह ओवर तेज गेंदबाजी आक्रमण के बाद आस्ट्रेलिया ने स्पिन आक्रमण लगाया। घुमती गेंदों के सामने भारतीय दिग्गज बल्लेबाज धराशायी हो गए और भारतीय टीम 45 रनों तक पांच विकेट गंवा चुकी थी। तेज गेंदबाजों के खिलाफ रोहित व शुभमन ने दोनों छोर से चौकों की झड़ी के बीच आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने गेंद मैथ्यू कुहेनमैन को थमा दी। कुहेनमैन की गेंद को आगे बढ़कर मारने के प्रयास में रोहित चूके और एलेक्स कैरी के स्टंपिग का शिकार बने। कुहेलमैन ने अगले ही ओवर में गिल को शिकार बनाया। दूसरे छोर से नाथन लियोन ने चेतेश्वर पुजारा को सस्ते में चलता किया। बल्लेबाजी क्रम में बदलाव के कर ऊपर भेजे गए रवींद्र जडेजा डीआरएस के जरिये एलबीडब्ल्यू अपील से बच गए। लेकिन अगली ही गेंद पर वह शार्ट एक्स्ट्रा कवर पर लपक लिए गए।
विराट के बल्ले से नहीं निकले रन
टेस्ट में विराट कोहली की खराब फार्म इंदौर में भी जारी रही। कोहली ने 22 रन बनाकर टाड मर्फी का शिकार बने। मर्फी ने इस सीरीज में तीसरी बार विराट को शिकार बनाया। टेस्ट में पिछली आठ पारियों में कुछ खास नहीं कर पाए हैं। पिछली आठ पारियों में विराट 1, 19, 24, 1, 12, 44, 20 और 22 रन बनाए हैं। विराट के बल्ले से आखिरी शतक चार साल पहले 2019 में बांग्लादेश के विरुद्ध आया था। तब कोहली ने 136 रन की पारी खेली थी। लंच से ठीक पहले भरत भी इसी तरह नाथन लियोन की गेंद पर पगबाधा शिकार बनें। लंच तक भारत 84 रनों पर सात विकेट गंवाकर मुश्किल में था। लंच के बाद अक्षर पटेल और उमेश यादव टीम को 100 के पार पहुंचाया।
लाबुशेन-ख्वाजा की साझेदारी
जी से टर्न लेती पिच पर भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की शुरुआत रविचंद्रन अश्विन और रविद्र जडेजा ने की। जडेजा ने ट्रेविस हेड को जल्द आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई। लेकिन उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन ने दूसरे विकेट के लिए 96 रनों की साझेदारी की। इस साझेदारी को जडेजा ने लाबुशेन को नीची रहती गेंद पर बोल्ड किया। उस्मान भी जडेजा का ही शिकार बने। स्टंप्स से छह ओवर पहले लय में दिख रहे कप्तान स्टीव स्मिथ को चलता कर भारत को चौथा विकेट दिलाया।