
रायपुर, 14 सितम्बर 2025। कांकेर जिले के नरहरपुर में आयोजित ठाकुर जोहारनी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज के ईष्ट देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि नई उद्योग नीति में बस्तर और सरगुजा संभाग को विशेष प्राथमिकता दी गई है। इसका उद्देश्य यहां के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ना है, जिससे आदिवासी क्षेत्रों का समग्र विकास हो सके।
मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि आदिवासी परंपराएँ और सांस्कृतिक विरासत हमारी अमूल्य धरोहर हैं, जिन्हें आगे बढ़ाना सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने ठाकुर जोहारनी और नवाखाई पर्व की सभी को बधाई दी।
31 मार्च 2026 तक माओवाद समाप्त करने का संकल्प
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि सुरक्षा बलों को माओवाद के विरुद्ध लगातार बड़ी सफलताएँ मिल रही हैं। उन्होंने दोहराया कि 31 मार्च 2026 तक प्रदेश से माओवाद का पूर्ण खात्मा किया जाएगा।
शिक्षा और आदिवासी विकास पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू की गई है। आईआईटी, आईआईएम और ट्रिपल आईआईटी जैसे राष्ट्रीय संस्थान छत्तीसगढ़ में संचालित हैं, जिससे गुणवत्तापूर्ण और रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा मिल रहा है।
उन्होंने जानकारी दी कि प्रयास और एकलव्य जैसे संस्थानों के माध्यम से आदिवासी युवाओं को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही, दिल्ली में ट्राइबल यूथ हॉस्टल और प्रदेशभर में नालंदा परिसर स्थापित किए जा रहे हैं।
करोड़ों की विकास योजनाओं की घोषणा
मुख्यमंत्री ने नरहरपुर क्षेत्र के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं, जिनमें शामिल हैं:
• 30 करोड़ रुपये की लागत से बागोड़ एनीकट का निर्माण।
• नरहरपुर में 132 केवी विद्युत सब स्टेशन के लिए 30 करोड़ रुपये।
• मावा मोदोल लाइब्रेरी हेतु 20 लाख रुपये।
• ग्राम ढोढ़रापहार में गोंडवाना सामुदायिक भवन के लिए 20 लाख रुपये।
• नरहरपुर में मोबाइल टॉवर की स्थापना।
• सर्वसुविधायुक्त विश्राम गृह निर्माण के लिए 80 लाख रुपये।
• गोंडवाना समाज के 12 मुड़ा क्षेत्रों में 12 टीन शेड निर्माण हेतु कुल 1 करोड़ 20 लाख रुपये।
• ग्राम धनेसरा में अंग्रेजी माध्यम स्कूल के लिए आवश्यक सहयोग।
आदिवासी क्षेत्रों में रोजगारमूलक योजनाएँ
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशानुरूप, पशुपालन और मुर्गीपालन जैसी रोजगारपरक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। तेंदूपत्ता संग्राहकों के पारिश्रमिक में वृद्धि और ग्राम पंचायतों में पारदर्शिता लाने के लिए अटल डिजिटल सेवा केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी
कार्यक्रम में वन मंत्री केदार कश्यप, सांसद भोजराज नाग, विधायक आशाराम नेताम, विक्रम उसेंडी, नीलकंठ टेकाम समेत प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।