रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पत्थलगांव में दुर्गा विसर्जन जुलूस में शामिल लोगों पर तेज रफ़्तार वाहन से चलाकर श्रद्धालुओं को कुचलने की घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर हमलावर होकर कहा कि यह घटना इस बात को प्रमाणित करती है कि नशीले और मादक पदार्थों के गोरखधंधे की कमाई के आगे प्रदेश सरकार यहां के बाशिंदों की जान की भी कोई परवाह नहीं करती। श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों से होने वाली तस्करी को रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरों से सतत निगरानी की बात कह चुकी है, लेकिन आज भी जमीनी स्तर पर प्रदेश सरकार का कोई ढांचा तैयार नहीं हुआ है। सरकारी नुमाइंदे ठेके लेकर नशीले व मादक पदार्थों की तस्करी को संरक्षण दे रहे हैं।
प्रदेश की कानून-व्यवस्था को ध्वस्त कर अपराधों का ग्राफ बढ़ाया
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि भाजपा ने निगरानी के साथ-साथ अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग की थी, लेकिन प्रदेश सरकार इस गोरखधंधे को रोकने के बजाय इसे रोकने की नौटंकी भर कर रही है। पत्थलगांव की यह घटना इस बात की तस्दीक कर रही है। नशाखोरी और मादक पदार्थों के इस खुलेआम चल रहे गोरखधंधे ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था को ध्वस्त कर अपराधों का ग्राफ बढ़ाया है, लेकिन प्रदेश सरकार और कांग्रेस के लोग मुँह में दही जमाए और आँखें मूंदे बैठे हैं। श्री कौशिक ने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी और खपत के मामले सामने आएँ तो दोषी कारोबारियों के साथ-साथ जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका को जांच के दायरे में लाकर उन पर भी कार्रवाई करने का साहस दिखाना होगा। राजधानी के अधिकतर बड़े रेस्टोरेंट्स, होटल व हुक्का बार समेत प्रदेशभर में हाई-वे पर स्थित ढाबे व होटल इन मादक पदार्थों की बिक्री के बड़े केंद्र बने हुए हैं, जहाँ कानूनों को धता बताकर शराब व तमाम नशीले पदार्थ धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में नारकोटिक्स जिहाद का दौर चल रहा
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने छत्तीसगढ़ में बढ़ती शराबखोरी व आपराधिक वारदातों के साथ-साथ गांजा-अफीम, हेरोइन, ब्राउन शुगर आदि महंगे मादक पदार्थों की खपत पर चिंता जताते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ में नारकोटिक्स जिहाद का दौर चल रहा है, लेकिन प्रदेश सरकार इस गंभीर मसले पर खामोश बैठी है। शराब व मादक पदार्थों की तस्करी और गोरखधंधे में कई हिस्ट्रीशीटर्स की खुली संलिप्तता छत्तीसगढ़ में बढ़ते अपराध और नशे के कारोबार में चोली-दामन के रिश्ते को रेखांकित करने के लिए पर्याप्त है और प्रदेश सरकार इसे अनदेखा कर रही है। श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश की राजधानी से लेकर छत्तीसगढ़ के अमूमन सभी बड़े-छोटे शहरों में नशे के इन कारोबारियों का नेटवर्क फैला हुआ है और तमाम कारोबारी सत्ता-संरक्षण में बेखौफ छत्तीसगढ़ की किशोर व युवा पीढ़ी को नशाखोरी की अंतरराष्ट्रीय साजिशों का शिकार बना रहे हैं। श्री कौशिक ने सवाल किया कि आखिर प्रदेश सरकार इस नारकोटिक्स जिहाद पर कोई कड़ी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? शराब समेत तमाम मादक पदार्थ अब छत्तीसगढ़ में आसानी से सुलभ होना और प्रदेश की राजधानी में इनकी सबसे अधिक खपत बेहद चिंताजनक है।