अमेरिकी शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में पाया कि बैरिएट्रिक सर्जरी के जरिये वजन कम करने वालों में कैंसर और इससे होने वाली मौत का खतरा कम हो जाता है। इस घातक बीमारी पर अनुसंधान करने वाली एक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी ने 13 प्रकार के कैंसर के लिए मोटापे को जिम्मेदार बताया है। इनमें गर्भाशय, लिवर व पैैंक्रियाज आदि के कैंसर शामिल हैैं। जेएएमए नामक पत्रिका में प्रकाशित शोध निष्कर्ष में दावा किया गया है कि मोटापाग्रस्त लोगों की तुलना में बैरिएट्रिक सर्जरी कराने वालों को कैंसर का खतरा 32 प्रतिशत कम होता है। सर्जरी कराने वालों में कैंसर से मौत का खतरा भी 48 प्रतिशत कम हो जाता है। अध्ययन के प्रमुख लेखक व क्लेवलैंड क्लीनिक के बैरिएट्रिक एवं मेटाबोलिक इंस्टीट्यूट के निदेशक अली अमीनियन के अनुसार, ‘मोटे लोग सर्जरी के जरिये शरीर का वजन 20-40 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। इससे 10 वर्षों से ज्यादा समय तक वजन नियंत्रित रहेगा। अध्ययन परिणाम बताते हैं कि वजन जितना कम होगा, कैंसर का खतरा भी उतना ही कम रहेगा।” अध्ययन में क्लेवलैैंड क्लीनिक के 30 हजार से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया। बैरिएट्रिक सर्जरी करा चुके 5,053 वयस्कों के एक समूह की मोटापाग्रस्त 25,265 लोगों के समूह से तुलना की गई। 10 साल बाद पाया गया कि सर्जरी कराने वाले समूह के 2.9 प्रतिश्ात व मोटापाग्रस्त लोगों के समूह के 4.9 प्रतिशत लोगों में कैंसर का विकास हुआ।