कोरोनारोधी टीके की दोनों डोज लगवा चुके लोगों को लापरवाह होने की जरूरत नहीं है। जब आप आफिस, कार्यस्थल या किसी बंद जगह पर कई लोगों के साथ ज्यादा समय तक रहते हैैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा। कोरोना का डेल्टा वैरिएंट वैक्सीन की दोनों डोज लेने वालों को भी अपनी चपेट में ले सकता है और उनके जरिये दूसरों को भी संक्रमित कर सकता है।
लैंसेट नामक पत्रिका में प्रकाशित नवीनतम अध्ययन के मुताबिक वैक्सीन नहीं लेने वालों की तुलना में टीका लेने वाले लोगों से संक्रमण फैलने की दर कम रहती है और उनकी बीमारी गंभीर भी नहीं होती। ब्रिटेन के इंपीरियल कालेज लंदन की ओर से कराए गए अध्ययन के मुताबिक टीका लगवाने वाले और टीका नहीं लगवाने वालोें में संक्रमण के समय वायरस की मात्रा लगभग बराबर होती है। टीका लेने वाले व्यक्ति में संक्रमण तेजी से कम होता है और वह जल्द ठीक हो जाता है। इससे यह भी पता चलता है कि कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण कितना अहम है।
अध्ययन करने वाली टीम के सह-अगुआ और इंपीरियल कालेज लंदन के प्रोफेसर अजीत लालवानी कहते हैैं, ‘महामारी की रोकथाम के लिए वैक्सीन बहुत महत्वपूणर््ा है। जैसा कि हम जानते हैैं वैक्सीन कोरोना संक्रमण के चलते गंभीर बीमारी और मौतों को रोकती है।” हालांकि, लालवानी ने यह भी कहा कि अध्ययन में यह भी देखने को मिला कि कोरोना से सुरक्षा के लिए सिर्फ वैक्सीन ही पर्याप्त नहीं है। यह जरूरी है कि अभी तक जिन लोगों को टीका नहीं लगा है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगाया जाए ताकि उन्हें संक्रमित होने से बचाया जा सके। ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण से संक्रमण के फैलने की दर कम होगी और उसकी रफ्तार भी धीमी पड़ेगी।
टीका लगवाने के बाद भी लोगों को बचाव के लिए मास्क पहनना और शारीरिक दूरी बनाए रखना जरूरी है। इसके अलावा समय समय पर कोरोना जांच भी कराते रहना चाहिए। यह अध्ययन पिछले साल सितंबर से इस साल सितंबर के बीच 621 लोगों पर किया गया था। इन लोगों में हल्का संक्रमण था या बिना लक्षण वाले थे। इनका प्रतिदिन पीसीआर टेस्ट किया जाता था, ताकि संक्रमण की मात्रा का पता लगाया जा सके।
अध्ययन करने वाली टीम के सह-अगुआ और इंपीरियल कालेज लंदन के प्रोफेसर अजीत लालवानी कहते हैैं, ‘महामारी की रोकथाम के लिए वैक्सीन बहुत महत्वपूणर््ा है। जैसा कि हम जानते हैैं वैक्सीन कोरोना संक्रमण के चलते गंभीर बीमारी और मौतों को रोकती है।” हालांकि, लालवानी ने यह भी कहा कि अध्ययन में यह भी देखने को मिला कि कोरोना से सुरक्षा के लिए सिर्फ वैक्सीन ही पर्याप्त नहीं है। यह जरूरी है कि अभी तक जिन लोगों को टीका नहीं लगा है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगाया जाए ताकि उन्हें संक्रमित होने से बचाया जा सके। ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण से संक्रमण के फैलने की दर कम होगी और उसकी रफ्तार भी धीमी पड़ेगी।
टीका लगवाने के बाद भी लोगों को बचाव के लिए मास्क पहनना और शारीरिक दूरी बनाए रखना जरूरी है। इसके अलावा समय समय पर कोरोना जांच भी कराते रहना चाहिए। यह अध्ययन पिछले साल सितंबर से इस साल सितंबर के बीच 621 लोगों पर किया गया था। इन लोगों में हल्का संक्रमण था या बिना लक्षण वाले थे। इनका प्रतिदिन पीसीआर टेस्ट किया जाता था, ताकि संक्रमण की मात्रा का पता लगाया जा सके।