सर्दी में शरीर को गर्म रखने के लिए हम कई तरह के खाद्य पदार्थ का प्रयोग करते हैं। सर्दियों में अधिकतर लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाने के कारण उन्हें बार-बार वायरल, सर्दी–जुकाम और बुखार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विंटर में खुद को बचाने के लिए आप अपनी डाइट में बाजरा, रागी, कुट्टू, मक्के के आटे की बनी रोटियां को शामिल करते हैं। यह आपके शरीर को गर्माहट पहुंचाती है और शरीर बीमारियों से लड़ने को तैयार रहता है।
सर्दियों में गर्म तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में किया जाना चाहिए। मक्के, बाजरे, कुट्टू, ज्वार के आटे में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। इन आटे से बने रोटियां स्वादिष्ट होने के साथ ही पौष्टिक तत्वों से भरपूर होती है रोटियों के अलावा पराठा, डोसा आदि के रूप में भी इनका सेवन कर सकते हैं।
- कुट्टू का आटा:
कुट्टू के आटे में विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन बी 12, राइबोफ्लेविन और नियासिन होता है। कुट्टू का आटा सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। गुड्डू को बकव्हीट भी कहा जाता है। इसका सेवन आप पराठा, पूरियां, डोसा आदि के रूप में कर सकते हैं। इस आटे का सेवन अधिकतर लोग नवरात्रि के दिनों में करते हैं। कूटू के आटे में प्रोटीन, फैट, कार्ब्स, फाइबर, पोटेशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम और आयरन भी होता है। कुट्टू के आटे की तासीर गर्म होती है. इसलिए सर्दी में इसका सेवन बेहद फायदेमंद होता है इसके सेवन से ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर रहता है।
- रागी का आटा:
उत्तराखंड में सर्दी के मौसम में शरीर को गर्म रखने के लिए अक्सर रागी के आटे से बनी रोटियां खाई जाती हैं। उत्तराखंड में इस आटे को मंडुवा के नाम से जाना जाता है। रागी के आटे की तासीर बेहद ही गर्म होती है। इसलिए सर्दी में इसका सेवन लाभदायक होता है। रागी के आटे में कैल्शियम, प्रोटीन, पोटेशियम, आयरन, फाइबर, भरपूर मात्रा में होता है।इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर वेट लॉस करने में मदद करता है साथ ही कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित रखता है। डायबिटीज रोगियों के लिए रागी का आटा बेहद फायदेमंद होता है इसमें मौजूद आयरन एनीमिया के खतरे को भी कम करता है।
- मक्के का आटा:
सर्दियों में मक्के की रोटी और सरसों का साग सभी को बेहद पसंद आता है। मक्के के आटे में विटामिन ए, विटामिन सी, बीटा कैरोटीन, विटामिन के, समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके साथ ही मक्के के आटे में आयरन अधिक मात्रा में पाया जाता है। एनीमिया के रोगियों के लिए मक्के का आटा काफी फायदेमंद होता है आप मक्के के आटे का ढोकला, रोटी, पराठा आदि बनाकर सर्दियों में अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं।
- ज्वार का आटा:
सर्दियों में शरीर को गर्माहट देने के लिए ज्वार के आटे से बनी रोटियां काफी फायदेमंद होती हैं।ज्वार का आटा ग्लूटेन फ्री होता है। ज्वार का आटा स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक होता है. यह पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है।ज्वार के आटे का सेवन आप उपमा, डोसा, रोटी आदि के रूप में कर सकते हैं। इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है साथ ही इसमें मिनरल्स, प्रोटीन, विटामिन बी, पोटेशियम, फास्फोरस,कैल्शियम और आयरन जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।
5.बाजरे का आटा:
बाजरे का आटा स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें भरपूर मात्रा में पोटेशियम फाइबर पाया जाता है। सर्दियों में अधिकतर लोग बाजरे से बनी रोटियां, पूरी, अधिक खाना पसंद करते हैं। यह वेट कंट्रोल करने में भी मदद करता है। बाजरे में प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, फास्फोरस, फाइबर, आयरन जैसे पोषक तत्व अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।