भारत में चीन सबसे लोकप्रिय टिकटॉक की वापसी हो सकती है। टिकटॉक को जापानी कंपनी सॉफ्टबैंक खरीदने की तैयारी में है। वह भारतीय साझेदार भी तलाश रही है। उसकी रिलायंस जियो तथा भारती एयरेटल से बातचीत चल रही है। TikTok की चीनी पैरेंट कंपनी बाइटडांस में जापानी समूह सॉफ्टबैंक की पहले से हिस्सेदारी है। उसने TikTok का भारतीय कारोबार खरीदने के लिए कोशिश शुरू की है और रिलायंस जियो इन्फोकॉम तथा भारती एयरटेल को भी साझेदार बनाने के लिए बातचीत कर रही है। हालांकि जियो और एयरटेल ने कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है। सॉफ्टबैंक दूसरे विकल्प भी तलाश रहा है।
जापानी कंपनी सॉफ्टबैंक ने भारत में ओला कैब्स, स्नैपडील, ओयो रूम्स जैसे कई स्टार्टअप में निवेश कर रखा है। इसके पहले अगस्त में ऐसी चर्चा थी कि टिकटॉक के भारतीय कारोबार को रिलायंस खरीद सकती है। जुलाई में भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और गोपनीयता का हवाला देकर TikTok सहित 58 चीनी ऐप पर बैन लगा दिया था। आशंका थी कि कंपनी यूजर्स के डेटा चीन की सरकार के साथ साझा कर रही है। टिकटॉक पर अमेरिका में भी बैन है और वहां भी इसके कारोबार को खरीदने की कोशिश कई टेक कंपनियां कर रही हैं।
प्रतिबंध के समय टिकटॉक के 30 फीसदी यूजर भारतीय थे। इसकी करीब 10 फीसदी कमाई भारत से होती थी। अप्रैल 2020 तक गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से टिकटॉक के 2 अरब डाउनलोड किए गए थे। इनमें से 30.3 फीसदी या 61.1 करोड़ डाउनलोड भारत से थे। मोबाइल इंटेलीजेंस फर्म सेंसर टावर के अनुसार टिकटॉक का डाउनलोड भारत में चीन से भी ज्यादा था। चीन में टिकटॉक का डाउनलोड सिर्फ 19.66 करोड़ है जो कि उसके कुल डाउनलोड का महज 9.7 फीसदी हिस्सा है।