कीव। यूक्रेन और रूस के बीच जंग का आज 34वां दिन है। एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी यूक्रेन में तबाही का मंजर जारी है। यूक्रेन के दक्षिणी शहर मैरियूपोल में रूसी पूरी ताकत के साथ हमला कर रहा है। इस शहर की घेराबंदी करने के बाद से अब तक पांच हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यह दावा मैरियूपोल के मेयर के प्रवक्ता की ओर से किया गया है। उन्होंने बताया कि शहर की 90 प्रतिशत इमारतें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। इस बीच तुर्की के इस्तांबुल में दोनों देशों के बीच बैठक होने वाली है। इस बैठक से पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की ओर से शांति समझौते की पेशकश की गई है। जेलेंस्की सीधे पुतिन से बात करने की इच्छा जता चुके हैं। हालांकि, अभी तक क्रेमलिन की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। मीडिया को दिए साक्षात्कार में क्रेमलिन के प्रवक्ता ने परमाणु हमले के सवाल से पर्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि, यूक्रेन पर परमाणु हथियारों का उपयोग नहीं किया जाएगा। रूस इन हथियारों को उपयोग केवल तब करेगा, जब रूस के अस्तित्व को कोई खतरा होगा। यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि, उसने दोनेस्क व लुहांस्क में पिछले 24 घंटों में सात रूसी मिसाइल हमलों को रोक दिया है। उनकी मिसाइलों को नेस्तनाबूद कर दिया गया है। इसके अलावा 12 टैंकों व 10 बख्तरबंद वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया है।
पुतिन की मांग न मानें कंपनियां- जापान
जापान सरकार की ओर से जापानी कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि, वे पुतिन की मांग बिल्कुल न मानें। दरअसल, पुतिन ने गैस निर्यात के लिए रूबल में भुगतान करने के आदेश जारी किए हैं। वहीं जापान ने पांच अप्रैल से रूस को लक्जरी कारों, कीमती पत्थरों व अन्य सामानों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है।