बांग्लादेश में अनिश्चितकालीन परिवहन हड़ताल के कारण वहां के अर्थव्यवस्था की रीढ टूट गई है। इससे देशभर में लोगों के सामान्य जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। वहीं डीजल के दामों में बढ़ोतरी के विरोध में प्रदर्शन किये गये। स्थानीय या लंबी दूरी की बसें, ट्रक अथवा वैन के नहीं चलने से राजधानी ढाका में सड़कें वीरान रही। ऑटो रिक्शा, मोटरसाइकिल और वैन जैसे छोटे सार्वजनिक परिवहन वाहन चालू रहे।
शहर में आवागमन के लिए बसें नहीं होने के कारण यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था के लिए लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ी। देश में नटोर, कमिला, चट्टोग्राम, राजशाही, पबना और कई अन्य शहरों में हड़ताल की रिपोर्टें मिली है। हड़ताल के कारण चट्टोग्राम बंदरगाह ट्रकों और अन्य मालवाहक वाहनों का प्रवेश बाधित होने से आयातित माल का परिवहन प्रभावित हुआ।
इस बीच सड़क परिवहन और पुल मंत्री ओबैदुल कादर ने लोगों की मुश्किलों के मद्देनजर परिवहन मालिकों और संगठनों से हड़ताल वापस लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि परिवहन किराए में संशोधन को लेकर बांग्लादेश सड़क परिवहन प्राधिकरण कार्यालय में बैठक होगी। सरकार द्वारा घोषित डीजल की कीमतों में 15 रुपये की बढ़ोतरी के विरोध में देशव्यापी परिवहन हड़ताल शुरू हो गयी। सरकार ने कीमतों में वृद्धि की वजह बंगलादेश पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन को प्रतिदिन लगभग 20 करोड़ रुपये का नुकसान होना बताया है।