
एक हालिया अध्ययन में पाया गया कि यात्राएं मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालती हैं। अमेरिका स्थित एडिथ कोवान यूनिवर्सिटी (ईसीयू) के सेंटर फार प्रेसिसियन हेल्थ तथा स्कूल आफ बिजनेस एंड ला के साझा अध्ययन में पाया गया कि छुट्टियों पर कहीं बाहर जाने से मानसिक परेशानी से भी राहत मिलती है।
प्रमुख शोधकर्ता डा. जून वेन के अनुसार, ‘पर्यटन, सार्वजनिक स्वास्थ्य व मार्केटिंग विशेषज्ञों की टीम ने जांच किया कि यात्राएं किस प्रकार डिमेंशिया पीड़ितों के लिए मददगार हैं। चिकित्सा विशेषज्ञ डिमेंशिया के लिए म्यूजिक थेरेपी, व्यायाम, संज्ञानात्मक प्रोत्साहन, स्मृति चिकित्सा तथा मरीज के भोजन के समय और वातावरण को अनुकूल बनाने का सुझाव देते हैैं। ये चीजें अक्सर छुट्टियों में ही उपलब्ध हो पाती हैैं।”
उन्होंने कहा, ‘व्यायाम को मानसिक स्वास्थ्य से जोड़ा गया है। यात्रा में अक्सर अधिक पैदल चलने जैसी शारीरिक गतिविधि में वृद्धि होती है। अवकाश के दिन भोजन का समय अक्सर अलग होता है। आमतौर पर कई लोगों के साथ और पारिवारिक शैली का भोजन डिमेंशि रोगियों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। ताजी हवा व धूप जैसी बुनियादी चीजें विटामिन डी और सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाती हैं।” डिमेंशिया पीड़ित व्यक्ति की स्मरण शक्ति कमजोर पड़ने लगती है।