रायपुर। रायपुर में जनजाति वर्ग के सरकारी कर्मचारियों और आदिवासियों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। प्रदेश भर से आए सैकड़ों लोगों ने सोमवार को बूढ़ापारा में धरना दिया। इसके बाद रैली लेकर विधानसभा का घेराव करने निकल पड़े। रास्ते में पुलिस ने रोका तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई। डी आर्मर पहने पुलिस जवानों ने भी आदिवासियों को खदेड़ने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी वहीं सड़क पर बैठ गए और धरना देना शुरू कर दिया। अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक विकास संघ और छत्तीसगढ़ के सर्व आदिवासी समाज से जुड़े तमाम प्रदर्शनकारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रायपुर पहुंचे थे। उनके प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने भी सप्रे स्कूल के पास बैरिकेड लगा रखा था। प्रदर्शनकारियों को विधानसभा की ओर जाने से पुलिस रोकती रही, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। देर तक यहां दोनों पक्षों में झूमा झटकी होती रही। लड़ेंगे, जीतेंगे के नारे के साथ प्रदर्शनकारी इसी जगह पर डटे रहे।
कांग्रेस की उपेक्षा अब हम करेंगे
पूर्व सांसद और छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के नेता सोहन पोटाई ने कहा कि पिछले ढाई साल में प्रदेश की सरकार ने आदिवासियों और जनजाति वर्ग के सरकारी कर्मचारियों की उपेक्षा की है। अब 2023 में आदिवासी कांग्रेस की उपेक्षा करेंगे। कांग्रेस को आदिवासियों की कोई चिंता नहीं है। उनके हक में सरकार काम नहीं कर रही है। जैसे भाजपा को आदिवासियों ने सबक सिखाया था, कांग्रेस को भी सिखा देंगे। अब कांग्रेस से आदिवासियों का मोह भंग हो चुका है।