रायपुर। दुर्ग जिले के बहुचर्चित नेवई गोलीकांड का मास्टरमाइंड मुकुल सोना उर्फ सोनू को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुकुल सोना की तलाश पिछले 20 दिनों से की जा रही थी। इस मामले में अब भी 2 आरोपी फरार चल रहे हैं। पुलिस ने मुकुल से कट्टा, कार, बाइक और 2 मोबाइल भी बरामद किया है। यह पूरा मामला हिस्ट्रीशीटर बृजेश राय पर 5 जुलाई की रात हुई फायरिंग से जुड़ा है। आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद पहले दिल्ली भागा था, फिर उत्तर प्रदेश। बाद में मुकुल बिहार में छिपा हुआ था। जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।भिलाई के 40 ठिकानों पर दबिश: पुलिस इस गोलीकांड में शामिल सभी आरोपियों की तलाश पिछले 20 दिनों से कर रही थी। जिसके लिए पुलिस ने धमतरी, कुरूद, कांकेर, ओडिशा, नागपुर और भिलाई शहर के 40 ठिकानों पर दबिश दी थी। आखिरकार मास्टरमाइंड को इसी घटना में फरार चल रहे नागेन्द्र कुमार निवासी नालंदा(बिहार) के घर से गिरफ्तार किया गया है। इसी मामले में मुकेश सिंह उर्फ पंचर निवासी इलाहाबाद अब भी फरार है।
सीसीटीवी कैमरे खंगाले तब पता चला: दरअसल, पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस ने आरोपियों के संबंध में खोजबीन के लिए शहर के 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला था। जिसके बाद पता चला कि वारदात को अंजाम देने के लिए कार का इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद पुलिस कार मालिक और घटना में इस्तेमाल किए गए कट्टा की जानकारी जुटाने में लग गई। तब जाकर नेवई क्षेत्र के बदमाश मुकुल सोना उर्फ सोनू और उसके दो साथी मुकेश सिंह उर्फ पंचर निवासी इलाहाबाद, नागेन्द्र कुमार निवासी नालंदा बिहार के रुप में की गई।