मिस्टर सरगुजा प्रतियोगिता के विजेता रहे नगर के कृष्ण मोहन पटेल ने केदारपुर स्कूल के पास फायर स्टेशन के सामने अपने परिचित के मकान में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। फांसी पर शव लटकने की मिली सूचना पर परिजन उक्त मकान में पहुंचे और दरवाजे को तोड़कर उन्हें फांसी से उतारा।
कृष्ण मोहन एसईसीएल के महान-2 खदान में ओवरमैन के पद पर पदस्थ थे। जानकारी के मुताबिक नगर के तिवारी बिल्डिंग रोड में डॉ.एसपी वैश्य के मकान के पास रहने वाले कृष्ण मोहन पटेल पिता नीलमणि पटेल (39) ने लगभग डेढ़ दशक पहले मिस्टर सरगुजा प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था और पहले मिस्टर सरगुजा का ताज पहना था। वे छत्तीसगढ के जिला सूरजपुर के एसईसीएल के महान-2 खदान में ओवरमैन के पद पर पदस्थ थे।
मंगलवार शाम वे ड्यूटी से लौटकर घर पहुंचे। यहां से रात करीब साढ़े आठ बजे घूमने निकले और चौपाटी से लगे फायर ब्रिगेड परिसर के सामने शासकीय क्वार्टर के बगल में स्थित परिचित के किराए के मकान में पहुंचे, जहां उनका अक्सर आनाजाना था। यहां मिस्टर सरगुजा कृष्ण मोहन ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
रात करीब नौ बजे परिजनों को इसकी खबर मिली। परिजन वहां पहुंचे और उनके छोटे भाई ने दरवाजा तोड़ भाई को फांसी से उतारा। उन्हें होलीक्रॉस अस्पताल लाया गया, यहां जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पर कोतवाली पुलिस घटनास्थल का जायजा ली है। कृष्ण मोहन ने किस कारण फांसी लगाई इसका पता फिलहाल नहीं चल पाया है। कृष्ण मोहन की मौत से उनके परिजनों में शोक की लहर फैल गई है।