
सरोज खान के निधन से दुखी है कलाकार

देश की प्रसिद्ध और बेहतरीक कोरियोग्राफर से भला मिलने का सपना किसका नहीं होगा। उनके थिरकना और ठुमकना सीखने की कोशिश उस हर शक्स ने की होगी जो डांस का शौक रखता है। अफरोस प्रसिद्ध नृत्यांगना सरोज खान आज हमारे बीच नहीं हैं। आइए जानें कुछ ऐसे कोरियोग्राफर्य के अनुभव जिन्हें उनको करीब से देखने की खुशी मिली तो कुछ ने बिना मिले उन्हें गुरु का दर्जा दिया।
शास्त्रीय और आधुुनिकता का करती थीं मिश्रण

छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध कथक डांसर डॉ अनुराधा दुबे की दिली ख्वाहिश थी कि वह सरोज खान से मिल पातीं पर अफसोस ये ख्वाहिश ही रह गई। वे कहती हैं, कई बार रिकाडिंग के सिलसिले में मुंबई जाना हुआ। कई दफा सोची भी कि सरोज जी से मिलुंगी लेकिन कभी नहीं हो पाया। अनुराधा कहती हैं, सरोज जी ने उस दौरान बॉलीवुड में अपनी एंट्री की जब लड़कियां इस फील्ड में कम आती थीं। उस वक्त से अंतिम समय तक खुद को उन्होंने दुनिया के लिए एक मिसाल बना कर उन्होंनेरखा। सरोज जी में बहुमुखी प्रतिभा थी वे क्लासिकल डांस के स्टेप्स के साथ-साथ उसमें आधुनिकता को मिश्रित करती थी। इससे एक अलग ही डांस पर्फामेंस निखर कर समाने आती थी। सरोज जी का जाना हर किसी के लिए बेहद दुखद रहा।
उन्हें देखना ही सबसे ज्यादा सुकून देने वाला रहा

क्लासिकल डांसर दीपिका चतुर्वेदी के लिए सरोज खान को देखना ही काफी सुकून देने वाला पल रहा। दीपिका ने बिरजू महाराज की 5 साल तक वर्कशॉप अटेंड की है। इस दौरान बिरजू महाराज से मिलने कई फिल्मी कलाकार और डांसर वहां आते थे। उसी दौरान एक बार सरोज खान भी क्लास में आईं थी। उनको मन भर के देखने का मौका हम सभी स्टूडेंट को मिला। हमारे लिए ये बहुत खुशी का समय था। दीपिका बताती हैं कि क्लास के नियम बेहद सख्त होते थे इस लिए सरोज जी के पास जा कर बात करने या फिर फोटो लेने का मौका नहीं मिला।
दीपिका सरोज खान को अपना आदर्श मानती हैं। वे सरोज जी के द्वारा कोरियोग्राफ किए गए अधिकांश गानों में परफार्म कर चुकी हैं। वे कहती हैं कि सरोज जी के पास जाकर उनसे कुछ सीखने का सपना, सपना ही रह गया ये जीवन भर के लिए अफसोस रह गया।
सरोज जी ने बढ़ाया उत्साह

बॉलीवुड स्टाइल डांसिंग करने वाले संवत्र मिश्रा (शैवी) की माने तो अब तक के बेस्ट कोरियोग्राफर सरोज जी थीं। उनका अचानक जाना दुखद रहा। शैवी ने गणेश आचार्य की वर्कशॉप कई बार अटेंड की है। वर्कशॉप के दौरान ही एक बार वहां सरोज खान भीआईं थी। उन्होंने ज्यादा समय नहीं दिया था लेकिन वहां बैठे स्टूडेंट को डांस के लिए इंकरेज जरुर किया था। उत्साहवर्धन करते हुए उन्होंने काफी आसानी से कॉफीडेंस बढ़ाने की बात कही थी। वहां बैठ हर एक स्टूडेंट के चेहरे में उस दौरान अलग ही खुशी देखने को मिली। शैवी बताते हैं कि वे बॉलीवुड फ्री स्टाइल डांस करते हैं। ऐसे में हर बड़े कोरियोग्राफर की कुछ कुछ कॉपी करते हैं अपने डांस को खास बनाने के लिए ऐसे बड़े कलाकारों से बहुत कुछ सीखने मिलता है।
हमेशा करते हैं फॉलो
सरोज खान के डांस के फैन रहे कोरियोग्राफर नीरज शर्मा सरोज खान के निधन से काफी दुखी हैं। नीरज डांस सीखाते हैं, ऐसे कई मौके आए हैं जब सरोज खान के कोरियोग्राफ किए हुए गाने पर उन्होने सेम स्टेप्स लोगों को सिखाए हैं। वे कहते हैं कि सरोज जी के हर डांस में एक ठुमका स्टेप होता ही था और वो ही डांस का सिगनेचर स्टेप बना जाता था। ऐसे ही खास स्टेप से लोग अपने आप समझ जाते थे कि इसे सरोज खान ने कोरियोग्राफ किया है। उनका एक, दो, तीन माधुरी का सौंग कभी न भूलने वाला डांस रहा है, जिससे वो हमारे बीच हमेशा रहेंगी।