रायपुर। केंद्रीय उद्योग राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल शुक्रवार को रायपुर पहुंचे। यहां उन्हें एक प्राइवेट युनिवर्सिटी के कार्यक्रम में बुलाया गया था। एयरपोर्ट उन्होंने उदयपुर और महाराष्ट्र जैसे देश के गर्म सियासी मुद्दों पर बयान दिया। उदयपुर घटना को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री पटेल ने कहा- देश में शांति रहे सरकार और समाज दोनों यही चाहते हैं। हमारी सांस्कृतिक परंपरा भी शांति की समर्थक है । आगे प्रहलाद पटेल ने कहा- मैं इतना जरूर कहूंगा कि कानून के दायर में रहकर विचार किया जाना चाहिए। ये संविधान मूल भावना के खिलाफ है, उसकी जो मयार्दा है, उसे बड़ी चोट पहुंचाई गई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले में नुपुर शर्मा को लगाई गई फटकार के मसले पर पटेल बोले- जब मामला सुप्रीम कोर्ट में हैं, इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।
महाराष्ट्र के मामले में प्रहलाद पटेल ने कहा कि- वहां की जनता ने कांग्रेसियों को जनादेश नहीं दिया था, कांग्रेस खुद अपने बोझ के कारण दब गई है। महाराष्ट्र की परिस्थिति को लेकर कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस ही जिम्मेदार है। दरअसल महाराष्ट्र में कांग्रेस और शिवसेना के गठबंधन की सरकार गिर चुकी है। अब वहां शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाकर उट पद की शपथ ली है।
सुप्रीम कोर्ट ने लगाई है फटकार
इस्लाम पर की गई टिप्पणी के चलते विवाद में आईं नूपुर शर्मा पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। अदालत में नूपुर शर्मा की ओर से दाखिल अर्जी में कहा गया था कि उनकी जान को खतरा है, ऐसे में वह देश के अलग-अलग हिस्सों में केसों की सुनवाई के लिए नहीं जा सकतीं। शीर्ष अदालत ने उन्हें कोई राहत तो नहीं दी, उलटे सख्त टिप्पणियां की। अदालत ने नूपुर शर्मा को फटकार लगाते हुए कहा कि उनके ही एक बयान के चलते माहौल खराब हो गया। यही नहीं अदालत ने कहा कि नूपुर शर्मा ने माफी मांगने में देरी कर दी और उनके चलते ही दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं।
आतंकियों से कनेक्शन निकला हत्यारों का
उदयपुर की घटना को अंजाम देने वाले लंबे समय से हत्या के तालिबानी वीडियो देखते थे। आरोपी तीन वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़े थे जिसमें बड़ी संख्या में कट्टरपंथी, पाकिस्तान से जुड़े आतकी संगठनों से जुड़े लोग भी इन ग्रुप में थे। इस ग्रुप में राजनीति जगत की नामचीन हस्तियों को निशाना बनाने पर भी चर्चा हुई। लेकिन पहला निशाना कन्हैया को बनाया गया।