आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी के आगे न आजम खान का गढ़ रामपुर बचा और न ही आजमगढ़ में सपा अपना वर्चस्व बचा पाई. दोनों ही लोकसभा सीटें बीजेपी जीतने में कामयाब रही. रामपुर में घनश्याम सिंह लोधी और आजमगढ़ में दिनेश लाल यादव ‘निरहुआÓ ने जीत दर्ज की है. वहीं, आजमगढ़ में बसपा प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली भले ही तीसरे नंबर पर रहे, लेकिन बसपा प्रमुख मायावती का दलित-मुस्लिम फॉर्मूला यहां कारगर दिखाई दिया. मायावती ने इस सियासी प्रयोग को लेकर आगे भी चलने के संकेत दे दिए हैं, जो सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए भविष्य की राहें कठिन कर सकता है? रामपुर लोकसभा सीट पर मायावती ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था जबकि आजमगढ़ सीट पर बसपा ने गुड्डू जमाली को कैंडिडेट बनाया था. आजमगढ़ में बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को 3,12,768 वोट मिले हैं. सपा के धर्मेंद्र यादव को 3,04,089 मिले तो बसपा के गुड्डू जमाली को 2,66,210 मत प्राप्त हुए. बीजेपी 8679 वोट से जीत दर्ज करने में जरूर कामयाब रही, लेकिन आजमगढ़ की हार ने सपा को टेंशन में डाल दिया है तो बसपा अपने पुराने जनाधार को वापस पाने से खुश है।