अपने नियमितीकरण की मांगों के साथ छत्तीसगढ़ विद्यामितान संघ एक बार फिर लामबंद हो गया है। यह संगठन प्रदेश के विभिन्न ज़िलों में अतिथि शिक्षकों के तौर पर नियुक्त किया गया था और संगठन में लगभग 2000 शिक्षक हैं, जो साल 2016 से ही अपने नियमितीकरण के लिए आंदोलन कर रहे हैं। पूर्ववर्ती सरकार के समय से इनकी मांगें लंबित हैं।
वर्तमान सरकार से भी कई बार यह अपने नियमितीकरण की गुहार लगा चुके हैं, मगर नतीजा सिफर है। संगठन के पदाधिकारियों ने सरकार के जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर फिर अपनी मांग दोहराई है। इससे पहले विद्यामितान संघ ने दिल्ली जाकर कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा से भी मुलाकात की। सैलजा ने आवश्वासन दिया कि अगर कांग्रेस के घोषणा पत्र में इसका जिक्र है तो वादे के मुताबिक उनका नियमितिकरण किया जाएगा। विद्यामितान संघ ने यहां स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से मिलकर अपनी मांग रखी। सिंहदेव भी उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का भरोसा दिया है।