भारतीय क्रिकेट टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी छोड़ने का भी एलान कर दिया। विराट ने यह फैसला दक्षिण अफ्रीका में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने में विफल रहने के अगले दिन लिया है। वह टी 20 और वनडे की कप्तानी पहले ही छोड़ चुके हैं। विराट ने यह घोषणा करते हुए कहा कि हर चीज को किसी समय रुकना पड़ता है और मेरे लिए भारत की टेस्ट कप्तानी छोड़ने का यह सही समय है।’विराट ने भारत की टी 20 टीम की कप्तानी पहले ही छोड़ दी थी और बीसीसीआई ने दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले उन्हें वनडे कप्तान के पद से हटा दिया था। विराट ने अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर कहा, पिछले सात वर्षों में रोजाना कड़ी मेहनत और अथक प्रयासों से टीम को सही दिशा में ले जाने का काम किया। इस सफर के दौरान कई उतार चढ़ाव रहे लेकिन आत्मविश्वास की कमी कभी नहीं रही। मेरा हमेशा यह विश्वास रहा है कि मैं जो भी करूं उसमें अपना 120 प्रतिशत दूं।विराट ने लिखा, लेकिन हर अच्छे चीज़ का अंत आता है और टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी से हटने का यही समय है। इस यात्रा में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन हमने कभी भी विश्वास या प्रयत्न की कमी नहीं दिखाई। मैं हमेशा से अपना 120% देने में विश्वास करता हूं और अगर मैं ऐसा करने में सक्षम नहीं हूं, तो नहीं करता। उन्होंने इसके लिए बीसीसीआई, खिलाड़ियों, रवि शास्त्री और सपोर्ट स्टाफ़ को धन्यवाद दिया। इसके अलावा उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को धन्यवाद दिया, जिनके 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज़ में कप्तानी छोड़ने के बाद विराट को टेस्ट कप्तानी मिली थी। बीसीसीआई ने भी ट्वीट कर ‘अपने सबसे सफल कप्तान’ को उनके कप्तानी करियर के लिए बधाई दी है।33 वर्षीय कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की, जिसमें उन्हें 40 में जीत और 17 में हार का सामना करना पड़ा। वह भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं, वहीं 40 से अधिक टेस्ट जीतने वाले दुनिया के चार सफलतम कप्तानों में भी उनका नाम शामिल है। अन्य तीन कप्तान स्टीव वॉ, रिकी पोंटिंग और ग्रीम स्मिथ हैं।