रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) को आखिरकार 12 साल बाद नया अध्यक्ष मिलने की संभावना है। पहली बार पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को पहलवानों ने चुनाव के मैदान में चुनौती दी है। बृजभूषण के खिलाफ महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में गवाही देने वाली रेसलर अनीता श्योराण भी कूद गई है। हालांकि बृजभूषण राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। उनको चुनौती देना आसान नहीं होगा। बता दें कि यौन उत्पीड़न के आरोपों से जूझ रहे बृजभूषण सिंह का कार्यकाल समाप्त हो गया है और अब 12 अगस्त को चुनाव होने जा रहे हैं।
चुनाव के लिए अनीता ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा है। अगर अनीता जीत जाती हैं तो वह भारतीय कुश्ती की अगुआई करने वाली पहली महिला होंगी। अनीता ने 2010 में दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। वहीं, बृजभूषण सिंह ने अपने करीबी संजय सिंह और जय प्रकाश को भी मैदान में उतारा है। ऐसे में कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योरेण को बृजभूषण सिंह के गुट के खिलाफ लड़ना होगा। इस वाटरशेड डब्ल्यूएफआई चुनाव के लिए 50 सदस्यीय मतदाताओं और उम्मीदवारों की सूची में अनीता अकेली महिला हैं। 38 वर्षीय खिलाड़ी का मुकाबला बृज भूषण के पैनल के दो खिलाड़ियों से होने की संभावना है।