दिर तोड़कर बनाई गई है तो इसे हिंदुओं को दे देना चाहिए। रुबीना ने इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
रुबीना ने मीडिया से पिछले दिनों कहा था कि अगर हमारे किसी शासक ने बलपूर्वक मंदिर पर कब्जा कर मस्जिद बनाई थी तो हमें इसे छोड़ देना चाहिए। दूसरे धर्म की आस्था को कुचलकर मस्जिद बनाना इस्लाम के सिद्धांतों का उल्लंघन है। हमारे मुस्लिम धर्म गुरुओं को यह सोचना चाहिए।
रुबीना का यह बयान इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने पत्र जारी कर रुबीना खानम को अनुशासहीनता में महानगर अध्यक्ष पद से पदमुक्त कर दिया।
इधर, रुबीना खानम ने कहा है कि हमने राष्ट्रहित की बात की, सत्य की बात की। सभी धर्मों का सम्मान और हिदू धर्म की आस्था का सम्मान करते हुए बहुसंख्यकों की भी बात की, सपा के लिए ये अनुशासनहीनता हो गई। यही है सपा का असली चाल चरित्र और चेहरा। कहा कि पार्टी अपने घर की बहू अपर्णा यादव को सम्मान न दे सकी। इससे ये स्पष्ट होता है कि सपा महिला विरोधी मानसिकता से पीड़ित है। मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषण्ाा करती हूं।