रायपुर। बालको मेडिकल सेंटर की डाक्टरों की टीम एक कैंसर पेशेंट के लिए फरिश्ता बनकर कर सामने आई। इस टीम ने एक विशेष प्रकार की कीमोथेरेपी के माध्यम से दो सफर उपचार किए हैं, जिसे हाईपैक कहा जाता है। इस उपचार के जरिए पेट में फैले गए कैंसर को ठीक करने का सफल प्रयास किया गया है। हाइपरथर्मिक इंट्र-पेरिटोनियल कीमोथेरेपी (हाईपैक) पेट के कैंसर कोशिकारओं को सीधे उच्च मात्रा की कीमोथेरेपी प्रदान करके किया जाता है।
बालको मेडिकल सेंटर के चिकित्सा सेवा के प्रमुख डॉ. जयेश शर्मा बततो हैं कि हाईपैक प्रक्रिया साइटोरेडिक्टव सर्जरी के साथ की जाती है। इसके दौरान एक सर्जन पेट के अंदर के सभी दिखने वाला कैंसर को हटा देता है। वहीं गर्म बचे हुए जगहों के लिए शरीर के तापमान को बढ़ाया जाता है।इसमें 41-43 डिग्री सेल्सियर तापमान के साथ पेट में बचे कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए लगभग ढेढ़ घंटे तक दिया जाता है।
12 घंटे चली सर्जरी
कुछ समय पहले बालको मेडिकल सेंटर के सर्जिकल आॅन्कोलॉजी टीम ने दो हाईपैक प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक किया। एक मध्यम आयु की महिला रोगी जो कि स्यूडोमिक्सोमा पेरिटोनी से पीड़ित थी यह एक दुर्लभ कैंसर है। जिसमें पेट में अपैंडिक्स से बलगम स्त्रावित कैंसर कोशिकाओं का एक प्रभावशील निर्मा होता है। इसी प्रकार एक अन्य महिला में अंडाशय का कैंसर था। दोने मरीजों को इस जटिल सर्जरी के माध्यम से सफलतापूर्वक इलाज किया गया। इसमें 12 घंटे का समय लगा।