
जांजगीर-चाम्पा के बलौदा क्षेत्र के रसौटा गांव की महिलाओं के द्वारा धान और चावल से राखी बनाई गई है, जो लोगों को खूब पसंद आ रही है. पारंपरिक तरीके से और छ्ग की संस्कृति से जोड़कर बनाई गई धान-चावल की राखी की खूब डिमांड है. जागृति स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा पिछले साल भी मोती की राखी बनाई गई थी, लेकिन इस बार महिलाओं ने अलग करने का ठाना और छ्ग की परंपरा से जोड़कर इन महिलाओं ने धान-चावल की राखी बनाई है, जो सभी को आकर्षित कर रही है।
राखी बनाने से महिलाओं को घर बैठे रोजगार मिल रहा है, वहीं वे नवाचार कर भी अपनी अलग पहचान बना रही हैं। राखी से महिलाओं को अच्छी आमदनी हो रही है और महिलाएं, आर्थिक रूप से सम्बल हो रही हैं। महिलाओं द्वारा बनाई गई खास राखी की बिक्री के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्टॉल लगवाया जाता है, ताकि महिलाओं के द्वारा बनाई गई राखी आसानी बिक जाए।धान-चावल की राखी बनाने के बाद महिलाओं में काफी खुशी है, क्योंकि लोगों के द्वारा भी महिलाओं के प्रयास की सराहना की जा रही है।