कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम को प्रोत्साहित करने के लिए हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कैंसर दुनिया भर में मौत का दूसरा प्रमुख कारण है। डॉक्टर कहते हैं कि कैंसर उम्र बढ़ने की बीमारी है। लेकिन अब यह बात सामने आ रही है कि युवाओं में भी कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। WHO के अनुसार, कैंसर से होने वाली मौतों में से एक-तिहाई का कारण अधिक वजन होना, फलों और सब्जियों का कम सेवन करना, व्यायाम न करना और तंबाकू और शराब का सेवन करना है।
कैंसर शब्द की उत्पत्ति का श्रेय यूनानी चिकित्सक हिप्पोक्रेट्स को दिया जाता है। उन्हें चिकित्सा का जनक” भी माना जाता है। पहली बार 2008 में विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। इसकी स्थापना यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल द्वारा इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए की गई थी।
तंबाकू है बड़ा कारण
तंबाकू का सेवन करने वालों में धूम्रपान शुरू होने के 10-12 साल बाद ही कैंसर की पहचान हो जाती है। हमारे यहां ग्रामीण युवा भी हैं जो बिना धुएं वाले तंबाकू यानी पत्ते, तंबाकू, खैनी, गुटखा का सेवन कर रहे हैं। कम उम्र में भी इसके परिणाम जाने बिना इन चीजों का सेवन इन युवाओं ने करना शुरू कर दिया होगा। तो अब 22-25 साल के युवा पास कैंसर के इलाज कराते दिखते हैं।
तंबाकू का सेवन कैंसर और जल्दी मौत का प्रमुख कारण है। यह अनुमान लगाया गया है कि वयस्कों में निकोटिन का उपयोग पुरुषों में लगभग 42% और महिलाओं में 14% है। युवा भी इस लत के प्रति अतिसंवेदनशील होते हैं और वर्तमान में भारत में लगभग 19% पुरुष (किशोर) और 8% महिला (किशोरी) इसका उपयोग करते हैं। तंबाकू की खपत की दर बढ़ रही है और जैसा कि हम जानते हैं इसका उपयोग करना बेहद हानिकारक होता है। इससे सबसे ज्यादा मुंह का कैंसर होता है।
महिलाओं में होने वाले प्रमुख कैंसर:
सर्वाइकल कैंसर
यह गर्भाशय के मुंह को प्रभावित करता है और यह योनि या मूत्राशय, मलाशय तक फैल सकता है और गर्भाशय या पेट के आसपास लिम्फ ग्रंथियों को शामिल कर सकता है।
फेफड़ों का कैंसर
अगर किसी को फेफड़ों का कैंसर होता है, तो उसके एक या दोनों फेफड़े प्रभावित हो सकते हैं। लेकिन लिम्फ ग्लैंड्स में शामिल हो सकते हैं। कई बार एडवांस स्टेज में हड्डियां या दिमाग भी प्रभावित हो जाता है।
कोलोन कैंसर
इस कैंसर में बड़ी आंत प्रभावित होती है और यह लिवर, फेफड़ों और मस्तिष्क तक फैल सकता है।
स्तन कैंसर के लक्षण
स्तन में सूजन या गांठ होना, इसके अलावा बगल में भी सूजन या गांठ भी स्तन कैंसर का संकेत हो सकता है। निप्पल के टैक्सचर में भी बदलाव हो सकता है या डिसचार्ज हो सकता है।
स्तन कैंसर एक या दोनों स्तन को प्रभावित कर सकता है। यह अंडरआर्म में लिम्फ ग्लैंड्स तक फैल सकता है, जिससे सूजन आ सकती है। स्तन कैंसर अडवांस स्टेज में फेफड़ों, हड्डियों, दिमाग और लिवर तक फैल सकता है।