- भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खुले,साल में एक बार होते है दर्शन
उज्जैन।(अशोक महावर ), नागपंचमी पर महाकाल मंदिर में खुले नागचंद्रेश्वर के पट खुले। आज इस अवसर पर भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खोले गए और विशेष पूजन, अभिषेक किया गया। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित है जिसके कारण श्रद्धालु मंदिर में जाकर नागचंद्रेश्वर के दर्शन नहीं कर पाएंगे।
साल में एक दिन के लिए खुलता है नागचंद्रेश्वर का पट कोरोना के कारण श्रद्धालुओं के प्रवेश पर है प्रतिबंध।
आज हिन्दुओं का पवित्र त्योहार नाग पंचमी मनाई जा रही है। नागपंचमी के अवसर पर महाकाल मंदिर के शीर्ष पर स्थित नागचंद्रेश्वर के पट खुलते हैं। इसी परंपरा का पालन करते हुए मध्य रात्रि में नागचंद्रेश्वर के पट खोले गए। कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। सभी श्रद्धालु लाइव प्रसारण के माध्यम से नागचंद्रेश्वर के दर्शन का लाभ ले रहे हैं।
विश्व प्रसिद्ध ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर मंदिर के शीर्ष पर नागचंद्रेश्वर विराजमान हैं। हर साल केवल नाग पंचमी के दिन 24 घंटे के लिए नागचंद्रेश्वर के पट खोले जाते हैं और विशेष पूजन किया जाता है। नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट खोले गए और विशेष पूजन, अभिषेक किया गया। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित है जिसके कारण श्रद्धालु नागचंद्रेश्वर के दर्शन नहीं कर पाएंगे। सभी श्रद्धालु लाइव प्रसारण के माध्यम से घर बैठे नागचंद्रेश्वर के दर्शन का लाभ ले सकते हैं। साथ ही मंदिर प्रबंध समिति की ओर से मंदिर परिसर और उसके आसपास के क्षेत्र में एलईडी लगाई गई है जिसके माध्यम से श्रद्धालु नागचंद्रेश्वर के दर्शन कर सकेंगे।
परंपरा के अनुसार खुलने के 24 घंटे बाद यानी रात के ठीक 12 बजे मंदिर का पट बंद कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि यह मंदिर प्राचीन है। दुनिया में यह इकलौता मंदिर है जहां शेष शैया पर भगवान विष्णु की जगह महाकाल शिव की प्रतिमा विराजमान है। इस मंदिर का विशेष महत्व है। हर साल देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने उज्जैन पहुंचते थे।
कोरोना महामारी के कारण आज नाग पंचमी पर्व पर मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अभी श्रद्धालु घर बैठे ऑनलाइन नागचंद्रेश्वर के दर्शन कर रहे हैं। हालांकि, श्रद्धालु महाकालेश्वर मंदिर में ऑनलाइन प्री बुकिंग के माध्यम से दर्शन का लाभ ले रहे हैं। यहां श्रद्धालुओं को पहले की ही तरह प्रीबुकिंग के जरिए प्रवेश दिया जा रहा है। महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए सुबह 5 बजे से रात के 9 बजे तक दर्शन की व्यवस्था लागू रहेगी।