छत्तीसगढ़ में पहली बार एलीफेंट अलर्ट ऐप लॉन्च किया गया। वन विभाग लांच इस ऐप का उद्देश्य जनहानि रोकने के साथ जानवरों की सुरक्षा करना है। ऐप लांच का यह कार्यक्रम धमतरी जिले के सीतानदी अभयारण्य के ग्राम मेचका में आयोजित किया गया। इस ऐप्लीकेशन को सिहावा विधायक डॉ लक्ष्मी ध्रुव और डीएफओ वरूण जैन ने लॉन्च किया। यह ऐप 20 किमी के दायरे में मौजूद हाथी या उसके झुंड आने पर मोबाईल में मैसेज भेज देगा।
धमतरी जिले के जंगलों में चारा-पानी पर्याप्त मात्रा में होने के कारण से यहां सिकासेर दल, चंदा हाथी का दल की मौजूदगी सालोभर देखने को मिलती है। इन हाथियों के कारण से जान माल को काफी नुकसान हो रहा है। बीते तीन- चार सालों में हाथियों ने दर्जनभर से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। साथ ही भारी मात्रा में फसलों और घरों को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है। जिले में लोग हाथियों की दहशत में जीने को मजबूर हैं। इसे देखते हुए वन विभाग एलीफेंट अलर्ट ऐप बनवाया है, ताकि हाथियों से होने वाले जानमाल के नुकसान को रोका जा सके।
हाथी मित्र दल की ओर से एप्लीकेशन में हाथी सहित अन्य जानवरों का लोकेशन के साथ फोटो सब्मिट कर सर्वर में अपलोड किया गया है। अगर नेटवर्क नहीं है तो भी यह ऑफलाइन मोड पर काम करेगा। इसके बाद नेटवर्क पकड़ते ही तुरंत सर्वर तक फोटो पहुंच जाएगी। कई लोग हमेशा मैसेज नहीं देखते, इसलिए फोन के जरिए उन्हें बताया जाएगा कि हिंसक हाथी आपके एरिया से कितनी दूरी पर मौजूद है।
सीतानदी-उदंती अभयारण्य के गांवों में ग्रामीण, सरपंच-उपसरपंच, कोटवारों को इस एप से जोड़ा गया है। हाथी प्रभावित क्षेत्र के लोगों का कहना है कि उन्हें हाथियों से हर पल खतरा रहता है। ऐसे में एलीफेंट अलर्ट ऐप उनके बहुत काम आएगी।