रायपुर: मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक भावुक संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने मासूम नूतन से मिलने की खुशी जाहिर की।
मुख्यमंत्री ने लिखा, “मासूम नूतन से मिलकर, उसकी अठखेलियों ने दिल खुश कर दिया।” पिछले गुरुवार को आयोजित जनदर्शन में नूतन के पिता ने बताया कि उनकी बिटिया की एक आँख खराब है। इस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तत्काल इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए और एक हफ्ते के अंदर बिटिया की आँख का सफल इलाज संपन्न हुआ।
आज नूतन और उसके पिता मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे। प्यारी बिटिया के चेहरे पर खुशी और पिता की आँखों में संतोष के भाव थे। मुख्यमंत्री ने कहा, “यही हमारे जनदर्शन की सार्थकता को सिद्ध करता है।”
मुख्यमंत्री ने बिटिया नूतन को खूब दुलार और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
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इस घटना ने राज्य में सरकार की जनसेवा की प्रतिबद्धता को फिर से प्रमाणित किया है। मुख्यमंत्री के इस संवेदनशील कदम की सभी जगह प्रशंसा हो रही है।
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डॉक्टरों की सलाह पर लगाई गई पत्थर की आंख, क्षतिग्रस्त आंख में इंप्लांट नहीं हो सकता
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की संवेदनशीलता से पांच वर्षीय नूतन ठाकुर की आंख का इलाज एक सप्ताह के भीतर हो गया है। नूतन की आंख में खेल-खेल में चोट लग गई थी जिससे उसका रेटिना खराब हो गया था। उसके पिता काशी ठाकुर मुख्यमंत्री निवास में 27 जून को आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पास पहुंचे और उनसे नूतन की आंख का इलाज करने के लिए सहायता प्रदान करने का आग्रह किया। जिस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल अधिकारियों को नूतन का बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए ।
काशी ठाकुर आज अपनी बेटी को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने नूतन को दुलार, नाम पूछा और नूतन को अपना आशीर्वाद प्रदान किए। उन्होंने नूतन से कहा अच्छे से पढ़ाई करना। नूतन ने मुख्यमंत्री को बाल सुलभ सहजता के साथ गुलाब का फूल भेंट किया। काशी ठाकुर भी बेटी के इलाज के लिए मिली त्वरित सहायता के लिए मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते नहीं थकते।
गौरतलब है कि नूतन के पिता दुर्ग के बोरसीभाटा में रहते हैं, वे माली का काम करते हैं। नूतन का इलाज दुर्गा के शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में चल रहा था । आंख की स्थिति देखकर डॉक्टरों ने बताया की आंख में कोई इंप्लांट नहीं हो सकता, इसलिए नकली आंख लगानी पड़ेगी। मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर सरकारी खर्च पर नूतन की दाई आंख में पत्थर की आंख लगाइए गई है। नूतन के इलाज के लिए दुर्ग सीएमएचओ द्वारा 25000 रुपए की राशि रायपुर के जीईरोड स्थित आर्ट आई सेंटर को उपलब्ध कराई गई। यह प्रोस्थेटिक सेंटर है, जहां कृत्रिम अंग बनाए जाते हैं। यहां नूतन की दाईं आंख में पत्थर की आंख लगाई गई है।