सीजेआई रमना और सीएम बघेल ने दिए मेडल और डिग्रियां, 246 स्टूडेंट्स को दी गई उपाधि
रायपुर। हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह आज संपन्न हो गया है। दीक्षांत समारोह में बीए एलएलबी और एमएलएम के 246 स्टूडेंट्स को उपाधि दी गई। इसके साथ ही 23 को गोल्ड मेडल दिए गए। इसमें मुख्य रूप से भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन. वी. रमना, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के जज एस अब्दुल नज़ीर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी समारोह में शामिल हुए। साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह, वन मंत्री मोहम्मद अकबर भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
सामाजिक पारदर्शिता बहुत आवश्यक है, प्रत्येक व्यक्ति को न्याय पाने का अधिकार : सीजेआईरमना
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एन वी रमना ने सभी स्टूडेंट्स को बधाई दी और अपने जीवन के अनुभव साझा किए। एनवी रमना ने वकालत पर टिप्स देते हुए उन्होंने कहा कि आपका क्लाइंट आपसे न्याय की आशा रखता है, सामाजिक पारदर्शिता बहुत आवश्यक है, प्रत्येक व्यक्ति को न्याय पाने का अधिकार है। लोगों को उनका संवैधानिक अधिकार मिलना ही चाहिए। सीजेआई एन वी रमना ने छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए अपनी जि़ंदगी का अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा कि अगर आप बदलाव में भरोसा रखते हैं, आप अपने लिए खुद मौका ढूंढ सकते हैं और दूसरों के लिए भी। जब देश के युवा अपने अधिकार के बारे में जानेंगे तो देश बदलेगा। युवाओं को सामाजिक और राजनीति के बारे में अच्छे से जानना चाहिए, तभी देश बदलेगा। एन वी रमना ने छात्रों को टिप्स भी दिए। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय के लिए आपको काम करना है, विधिक कार्रवाई की रक्षा करना आपके कर्तव्य है, लोगों को उनका अधिकार बताना होगा, आपके पास एक विजन होना चाहिए, भोजन, आवास आदि मूलभूत अधिकार लोगों को दिलाना प्राथमिकता होनी चाहिए। आप अपनी स्टोरी के हीरो हैं, इसलिए अपना बेहतर दीजिए। उन्होंने आगे कहा आज ये आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। समाज में बड़ा योगदान का आपके लिए बड़ा दिन है। युवा लगातार आज बेहतर कर रहे हैं। ज्ञान सबसे बड़ा धन है आपके लिए. कड़ी मेहनत का और कोई विकल्प नहीं होता। आपके पास अभी आगे बेहतर करने बहुत समय है। सभी क्षेत्रों में बेहतर करने का अवसर आपके पास है।
10 सेमेस्टर में 6 में टॉपर रहीं पल्लवी
समारोह में 2021 बैच की पल्लवी को 11 गोल्ड मिले। उन्हें 7 में 6.2 सीजीपीए मिले हैं। 10 सेमेस्टर में 6 में वो टॉपर रही हैं। पल्लवी ने बताया कि लंदन की एक कंपनी ने 1 करोड़ का पैकेज ऑफर किया था, लेकिन उनकी दिलचस्पी वकालत में थी और अपने देश के लिए कुछ करने की थी इसलिए उन्होंने उस जॉब को ठुकरा दिया और वकालत की पढ़ाई जारी रखी।
आंखों से देख नहीं सकती यवनिका पर मिला गोल्ड मैडल
वहीं गोल्ड मैडल की लिस्ट में एक ऐसी स्टूडेंट का नाम शामिल हैं मिस यवनिका जो देख नहीं सकती पर उन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर वकालत की पढ़ाई की और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। मिस यवनिका 2012 बैच बीए एलएलबी ऑनर्स की स्टूडेंट हैं।