इंजीनियरिंग और विज्ञान के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए गेट-2022 देने जा रहे 23 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर के मद्देनजर परीक्षा स्थगित करने की मांग की है। इस बार परीक्षा का आयोजन आइआइटी खड़गपुर चार से 13 फरवरी के बीच कर रहा है।
याचिका में कहा गया है, आइआइटी कानपुर के एक अध्ययन समेत कई अन्य आकलन में अनुमान जताया गया है कि तीसरी लहर का चरम फरवरी की शुरुआत में आ सकता है। यानी ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) के समय महामारी की लहर चरम पर हो सकती है। अगर परीक्षा स्थगित नहीं की जाती तो गेट- 2022 में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के संक्रमित होने का खतरा है। हालांकि, इस विषय पर आइआइटी खड़गपुर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
याचिका में कहा गया है, आइआइटी कानपुर के एक अध्ययन समेत कई अन्य आकलन में अनुमान जताया गया है कि तीसरी लहर का चरम फरवरी की शुरुआत में आ सकता है। यानी ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) के समय महामारी की लहर चरम पर हो सकती है। अगर परीक्षा स्थगित नहीं की जाती तो गेट- 2022 में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के संक्रमित होने का खतरा है। हालांकि, इस विषय पर आइआइटी खड़गपुर की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बता दें कि इंजीनियरिंग और विज्ञान के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश और सार्वजनिक क्षेत्र की कुछ कंपनियों में भर्ती के लिए यह परीक्षा आयोजित की जाती है। गेट का परिणाम 17 मार्च को घोषित होता है।