घरेलू शेयर बाजार में अब सौदों का निपटान कारोबार के बाद एक दिन के भीतर (टी प्लस 1) ही हो जाएगा। इससे निवेशकों के लिए नकदी की स्थिति बेहतर होगी और पूंजी दक्षता बढ़ेगी। यह नई व्यवस्था शुक्रवार से लागू हो गई है। अब तक घरेलू शेयर बाजार में खरीद-बिक्री का निपटान सौदे के बाद दो कामकाजी दिवस (टी प्लस 2) में होता था।
सितंबर 2021 में सौदों में लगने वाले समय को कम करने की शुरुआत हुई थी। तब सेबी ने शेयर बाजारों को इक्विटी खंड में शामिल किसी भी शेयर में एक जनवरी, 2022 से “टी प्लस 1” निपटान व्यवस्था पेश करने की अनुमति दी थी। इसके बाद बाजार से जुड़े सभी शेयर बाजारों, क्लियरिंग कारपोरेशन और डिपाजिटरी ने संयुक्त रूप से चरणबद्ध तरीके से “टी प्लस 1” निपटान प्रणाली को लागू करने के लिए नियम बनाए।
पहले चरण में 25 फरवरी, 2022 को कुछ कंपनियां इस व्यवस्था में शामिल हुईं। उसके बाद हर महीने करीब 500-500 शेयरों को “टी प्लस 1” व्यवस्था के अंतर्गत लाया गया। एनएसई के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कहा कि यह भारतीय पूंजी बाजार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। वहीं, एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (एएमसी) भी इक्विटी आधारित म्यूचुअल फंड योजनाओं में एक फरवरी से सौदों का निपटान दो कामकाजी दिवस (टी प्लस 2) में होगा। अभी निपटान प्रक्रिया पूरी होने के बाद तीन दिन के भीतर पैसा निवेशकों के बैंक खाते में भेजा जाते हैं।